Fisheries: मछली पालन करने के लिए इन तीन विधियों का पालन करें, जानें विधियाँ

  
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आज भारत में मछली पालन के लिए सरकार और कई तरह की संस्थाएं अपनी तरह से लगी हुई हैं. आज भारत में मछली पालन के लिए कई तरह की विधियां विकसित कर ली गई हैं. इसका प्रमुख मकसद आज पूरे विश्व में मछली की बढ़ती मांग को पूरा करना है. आज हम आपको कुछ ऐसी प्रचलित विधियों के बारे में बतायेंगें जिनके द्वारा आप मछली पालन को आसानी से अपनी कमाई का जरिया बना सकते हैं.और अच्छी कमाई कर सकते हो 

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तालाब में मछली पालन
यह विधी पूरे भारत में सबसे ज्यादा प्रचलित विधी है. इस विधी के माध्यम से आप एक साथ बड़े स्तर पर मछली पालन भी कर सकते हैं. साथ ही इस विधी में आपको ज्यादा खर्चा नहीं करना पड़ता है. इस प्रक्रिया में सबसे पहले आपको एक बड़े तालाब का निर्माण करवाना होता है यदि यह पहले से उपलब्ध हो तो और भी बेहतर होता है. आपको मछलियां पालने के लिए पहले से थोड़ी जानकारी होना बेहद जरूरी है. इसके लिए आप किसी भी पहले से मछली पालन कर रहे व्यक्ति की भी सहायता ले सकते हैं. इन तालाबों में पाली जाने वाली मछलियों के लिए ज्यादा प्रबंध की जरूरत नहीं होती है. आप इस तालाब में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली मछलियों का पालन कर सकते हैं. आज के समय में रेहू, कतला, सिल्वर कार्प, कामन सार्प आदि प्रमुख मछलियां हैं. 

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घर में करें मछली पालन
वैसे तो लोग घरों में मछलियों को बड़े शौक से पालते हैं. इन मछलियों तरह-तरह के एक्वेरियम में पाला जाता है. लेकिन यह मछलियां केवल देखने और मनोरंजन के लिए ही पाली जाती हैं. इनकी देखभाल करने के लिए भी आपको बहुत ज्यादा सावधानी की आवश्यकता होती है. इनके खाने के लिए दानों की जरुरत भी मछली की भूख के अनुसार ही देना होता है. घर में अगर व्यंजन मछली का पालन कर उसे बेचना चाहते हैं तो आपको घर में ही छोटा सा गड्ढा खुदवा कर उसमें यह काम कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको उनका पूरा ध्यान उसी तरह से रखना होगा जैसे आप एक्वेरियम में पाली गईं मछलियों का रखते हैं.

फसल के साथ में मछली पालन
यह विधि बहुत ही ज्यादा कठिन और सतर्कता रखने वाली होती है. इसमें आप फसलों के साथ ही मछली पालन भी करते हैं. जिन फसलों को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है यह पालन उन्ही फसलों के साथ किया जाता है. इसके लिए आपको फसलों की मेढ़ के बीच में पानी भर देना होता है. जिसमें मछली पालन की पूरी प्रक्रिया होती है. इसमें आपको मछलियों के अलग से दाने की जरूरत नहीं होती है.

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