क्या शाहजहां ने ताजमहल बनवा कर कटवा दिए थे मजदूरों के हाथ, जानिए सच्चाई

Aapni News, Agra (UP) आगरा में हर साल ताज फेस्टिवल (Taj Festival) आयोजित किया जाता है। इस साल इसकी शुरुआत 20 मार्च हो रही है। इस फेस्टिवल में दुनिया के कई देशों से पर्यटक पहुंचते हैं। पर्यटक ताजमहल (Taj Mahal) का दीदार करने के लिए यहां पहुंचते हैं तो वो...
  
क्या शाहजहां ने ताजमहल बनवा कर कटवा दिए थे मजदूरों के हाथ, जानिए सच्चाई

Aapni News, Agra (UP)
आगरा में हर साल ताज फेस्टिवल (Taj Festival) आयोजित किया जाता है। इस साल इसकी शुरुआत 20 मार्च हो रही है। इस फेस्टिवल में दुनिया के कई देशों से पर्यटक पहुंचते हैं। पर्यटक ताजमहल (Taj Mahal) का दीदार करने के लिए यहां पहुंचते हैं तो वो हर उस चीज को देखना चाहते हैं जिसे सिर्फ तस्‍वीरों में देखा है। वो सातवें अजूबे (Seven Wonders) के बारे में हर वो बात जानना चाहते हैं जो उन्‍हें आश्‍चर्यचकित करती है।

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जैसे- क्‍या ताहमहल के बनने के बाद इसे तैयार करने वाले मजदूरों के हाथ कटवा दिए गए थे, इसे बनाने के पीछे असल वजह क्‍या थी? पर्यटक ऐसे ही कई सवाल लेकर भी यहां पहुंचते हैं। ताजमहल बनाने के पीछे सबसे बड़ी वजह क्‍या है, क्‍या वाकई में शाहजहां ने इसे तैयार करने वाले मजदूरों के हाथ काट दिए थे, जानिए इन सवालों के जवाब..

क्या शाहजहां ने ताजमहल बनवा कर कटवा दिए थे मजदूरों के हाथ, जानिए सच्चाई

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शाहजहां ने इसलिए बनवाया ताजमहल
यूं तो शाहजहां का नाम कई महिलाओं के साथ जोड़ा गया, लेकिन वो वास्‍तव में सबसे ज्‍यादा प्‍यार मुमताज महल से ही करते थे। बीबीसी की रिपोर्ट कहती है, जब तक उनकी पत्नी मुमताज महल जीवित रहीं, वो पूरी तरह से उनके प्रति समर्पित थे, यहां तक कि उनकी दूसरी पत्नियों की उनके निजी जीवन में बहुत कम जगह थी। शाहजहां के दरबारी इतिहासकार इनायत खां ने अपनी किताब में लिखा है कि शाहजहां मुमताज के बगैर नहीं रह सकते थे। ताजमहल बनवाने के पीछे वो सपना था जिसे मुमताज ने देखा था। शाहजहां के गद्दी संभालने के 4 साल के अंदर मुमताज का निधन हो गया था। निधन से पहले अंतिम क्षणों में मुमताज ने बादशाह से कहा था कि उन्‍होंने सपने में एक ऐसा सुंदर महल और बाग देखा वैसा दुनिया में कहीं नहीं है। मेरी आपसे गुजारिश है कि आप मेरी याद में ऐसा ही एक मकबरा बनवाएं। इसके बाद ही ताजमहल की नींव पड़ी थी।

क्‍या ताजमहल बनवाने वाले मजदूर के हाथ काटे गए थे?
क्‍या वाकई में ताजमहल बनवाने वाले मजदूर के हाथ काटे गए थे? बीबीसी की रिपोर्ट कहती है, ताजमहल के गाइड इस किस्‍से को बड़े चांव से सुनाते हैं। पर्यटकों के बीच यह बात चर्चा का विषय भी होती है क्‍योंकि दुनिया के इस अजूबे को देखने के बाद यह बात सच ही लगती है। लेकिन यह बात महज एक कोरी कल्‍पना है। आज तक इतिहास में ऐसी किसी ऐसी घटना के सुबूत नहीं मिले और न ही इतिहासकारों में कभी इसका जिक्र किया है।

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क्या शाहजहां ने ताजमहल बनवा कर कटवा दिए थे मजदूरों के हाथ, जानिए सच्चाई

शाहजहां ने इसे बनवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। इसे तैयार करने के लिए कारीगरों की एक लम्‍बी-चौड़ी टीम थी। इसका जिक्र शाहजहां की जीवनी ‘शाहजहां द राइज एंड फॉल ऑफ द मुगल एम्‍परर’ में किया गया है। इस जीवनी को फर्गुस निकोल ने लिखा है। वह लिखते हैं, ताजमहल बनाने वाले अधिकतर मजदूर कन्नौज के हिंदू थे। फूलों की नक्काशी करने वालों को पोखरा से बुलाया गया था। कश्मीर के राम लाल को बगीचे बनाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी।

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