परमहंस अनमोल वचन 02: दो विपरीत ध्रुव में होता है अट्रेक्शन या रीपेल

Aapni News दो विपरीत ध्रुव में अट्रेक्शन या रीपेल होता है अगर डीपी लड़की है तो पुरुष की निगाह उस पोस्ट पर पार्क करेगी। अगर डीपी लड़के की है तो लड़की नजर को कुछ देर होल्ड करेगी। जो समाधिष्ट स्त्री या पुरुष हैं वो संसार के पोलर से बाहर हो...
  
परमहंस अनमोल वचन 02: दो विपरीत ध्रुव में होता है अट्रेक्शन या रीपेल

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दो विपरीत ध्रुव में अट्रेक्शन या रीपेल होता है

अगर डीपी लड़की है तो पुरुष की निगाह उस पोस्ट पर पार्क करेगी।
अगर डीपी लड़के की है तो लड़की नजर को कुछ देर होल्ड करेगी।
जो समाधिष्ट स्त्री या पुरुष हैं वो संसार के पोलर से बाहर हो जीवन जीता है।
समाधि में फिजिक्स के नियम कार्य नहीं करते।

दुख का आविष्कार

संसार में जितने प्रकार के दुख है, उतने ही प्रकार के लोगों ने उन दुखों का आविष्कार किया है।
दुख तो एक ही है किन्तु उनके सोर्स अलग होने से हमें दुख अनेक प्रकार के दिखते हैं।
जो मन से एकांत होते हैं उसे कोई दुख नहीं होता।
दुख कोरोनावायरल जैसा है, लेने पर आता है।।

परमहंस अनमोल वचन 01: कान निंदा-चुगली या गाने सुनने के लिए नहीं दिए हैं

स्त्री जब भी रोती है तब वो मुंह पर तुरन्त हाथ रखती है, क्यों स्त्री का अपराध ज्यादा वाणी से होता हैं।
पुरुष जब रोता है तब वो अपने हाथ आंखो पर रखता है, क्योंकि पुरुष से ज्यादा अपराध आंखो से होते हैं।
मन का ज्यादा आंखों में वास होता है।
कोर्ट में सुनी बात की बजाए देखी आंख की गवाही सत्य होती है।

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