IAS Success Story: कुली का करते थे काम, रेलवे के फ्री Wifi से पढाई करके बने IAS

IAS Success Story
Aapni News, New Delhi
दुनिया में मेहनत और इच्छाशक्ति से बड़ा कुछ भी नहीं है। अगर इंसान कुछ करने की ठान ले तो उसे कोई नहीं रोक सकता। सिविल सेवा की परीक्षा (UPSC) पास करने के लिए लोग मेहनत और लगन के साथ-साथ पढ़ाई के लिए एक से बढ़ कर एक कोचिंग इंस्टिट्यूट का सहारा लेते हैं। लेकिन केरल के श्रीनाथ ने बिना कोचिंग के (UPSC) परीक्षा पास कर ली. श्रीनाथ रलवे स्टेशन पर कुली का काम करते हैं। उन्होंने पहले केरल पब्लिक सर्विस कमीशन (KPSC) की परीक्षा पास की और फिर (UPSC) में भी उन्हें कामयाबी मिल गई।
श्रीनाथ मुन्नार के मूल निवासी हैं। उन्होंने अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए एर्नाकुलम में कुली के तौर पर काम किया। वो अपने परिवार में अकेल कमाने वाले हैं। साल 2018 में उन्होंने कड़ी मेहनत करने का फैसला किया ताकि उनकी कम आय के कारण उनकी बेटी के भविष्य से समझौता न हो। जल्द ही उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के बारे में सोचा। लेकिन आर्थिक तंगी ने उन्हें परेशान किया।
श्रीनाथ का कहना है कि इन परीक्षाओं को पास करने के लिए उन्होंने केवल मोबाइल और रेलवे द्वारा दी जानी वाली फ्री वाईफाई का ही इस्तेमाल किया है। जी हां, रेलवे की फ्री वाईफाई को वह अपने खाली समय में इस्तेमाल करते थे और इससे लेक्चर सुनकर अपने दिमाग से पढ़ाई करते थे। श्रीनाथ मिडित्र क्लास फैमित्री से हैं, ऐसे में कुली का काम करते हुए उन्होंने इन परीक्षाओं की तैयारी की।
रेलवे के निःशुल्क WiFi से केरल में कुली का कार्य करने वाले श्रीनाथ के जीवन में एक बहुत बड़ा परिवर्तन आया है, स्टेशन पर उपलब्ध WiFi के उपयोग से उन्होंने तैयारी कर प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त की है, मैं उनकी सफलता पर उन्हें बधाई और भविष्य के लिये शुभकामनाएं देता हूँ। pic.twitter.com/fiAErjO2x0
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 9, 2018
नाइट शिफ्ट का बावजूद हासिल किया मुकाम
श्रीनाथ केरल के मुन्नार के रहने वाले है। उन्हें अपनी फैमिल्री को चलाने के लिए स्टेशन पर कुली का काम करना पड़ रहा था। कुली का काम करने के बावजूद भी उनका परिवार सही से नहीं चल पाता था जिसके लिए उन्होंने नाइट शिफ्ट भी करनी शुरू कर दी। जब श्रीनाथ को नाइट शिफ्ट में भी अच्छी कमाई नहीं होती थी तो उन्होंने केरल लोक सेवा आयोग की परीक्षा देने की सोची। उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए दो चीजों का इस्तेमाल किया अपने स्मार्ट फोन और सरकार द्वारा 2016 से शुरू मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन में फ्री वाईफाई सेवा का। बिना किसी किताब और प्राइवेट ट्यूटर के उन्होंने 2018 में KPSC पास किया।
KPSC परीक्षा के बाद श्रीनाथ ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी। अपने UPSC के चार कोशिशों के बाद आखिर UPSC भी निकालने में कामयाब रहे। श्रीनाथ ने कुली से KPSC और इसके बाद UPSC तक के अपने इस सफर में बहुत ही उतार चढ़ाव देखें हैं। इनकी यह जिंदगी आम लोगों को लिए एक प्रेरणा है। जो लोग साधने की कमी होने का हवाला देते हैं और सिर्फ अपने भाग्य को कोसते हैं, उनके लिए श्रीनाथ बहुत बड़ी मिसाल हैं।
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