Imran Khan Scam: लैंड माफिया को ब्लैकमेल कर, पत्नी और दोस्त ने हथिया ली 60 अरब की जमीन

Aapni News, Pakisthan
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया। वो रविवार से फौज और खुफिया एजेंसी ISI को सीधे धमका रहे थे।
इमरान की गिरफ्तारी नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने रेंजर्स की मदद से की। उन पर अल कादिर यूनिवर्सिटी केस में अरबों रुपए के घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। इस केस में खान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी और बुशरा की सबसे करीबी दोस्त फराह गोगी भी आरोपी हैं। फराह पिछले साल उसी दिन मुल्क छोड़कर भाग गई थीं, जिस दिन इमरान की सरकार गिरी थी।
यहां हम आपको अल कादिर यूनिवर्सिटी स्कैम और कुछ दूसरे मामलों के बारे में बता रहे हैं। खास बात ये है कि सुप्रीम कोर्ट और दूसरी अदालतों की मेहरबानी के चलते इमरान कभी भी उन केसेस में अदालतों के सामने पेश नहीं हुए, जिनमें उनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।
अल कादिर यूनिवर्सिटी स्कैम को आसान भाषा में समझें
- इस मामले में 4 अहम किरदार हैं। इमरान खान और पत्नी बुशरा बीबी, अरबपति लैंड माफिया मलिक रियाज और बुशरा की दोस्त फराह गोगी।
- खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। ब्रिटेन में रियाज की अरबों रुपए की प्रॉपर्टी जब्त करा दी। उसका एक गुर्गा भी लंदन में गिरफ्तार करा दिया, जिसके पास से 40 अरब पाकिस्तानी रुपए बरामद हुए। फिर दो डील हुईं। ब्रिटेन सरकार ने बरामद पैसा पाकिस्तान सरकार को लौटा दिया।
- पैसा जब वापस आया तो इमरान ने कैबिनेट को इसकी जानकारी नहीं दी। पैसा वापस आने के पहले इमरान ने एक ट्रस्ट बनाया। नाम रखा-अल कादिर ट्रस्ट। इसने एक यूनिवर्सिटी बनाई जो मजहबी तालीम देने वाली थी। इसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में 3 मेंबर थे। इमरान खान, बुशरा बीबी और फराह गोगी।
- इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए।
- होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने इमरान की गिरफ्तारी के 2 घंटे बाद कहा- ये पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा स्कैम है। कम से कम 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 3 साल में इस यूनिवर्सिटी में महज 32 स्टूडेंट्स ने ही एडमिशन लिया।
कैसे फंस गए इमरान
पिछले साल मलिक रियाज और उसकी बेटी अम्बर का एक ऑडियो लीक हुआ। 2 मिनट 17 सेकेंड के इस ऑडियो में रियाज और अम्बर बुशरा से लेनदेन और किसी फाइल को निपटाने की बातचीत कर रहे थे। अम्बर पिता को बताती हैं कि बुशरा बीबी 5 कैरेट हीरे की अंगूठी मांग रही हैं। इसके बदले वो इमरान से रियाज को ठेके दिलवा देंगीं और उनके खिलाफ केस भी खत्म करा देंगीं।
टेप लीक में जो बातचीत थी, उसके मुताबिक अम्बर अपने पिता से कहती हैं- मेरी फराह गोगी से बातचीत हो गई है। वो कह रही हैं कि बुशरा बीबी को 3 नहीं बल्कि 5 कैरेट का डायमंड चाहिए। रिंग वो खुद बनवा लेंगीं, लेकिन उसका पेमेंट हमें करना होगा। बुशरा और फराह ने खान साहब से बात कर ली है। वो फौरन ठेके की सारी फाइलें ओके करा देंगे। इस पर मलिक रियाज कहता है- कोई दिक्कत नहीं। 5 कैरेट का डायमंड भेज देते हैं। माना जाता है कि ठेकों की यह सौदेबाजी अल कादिर यूनिवर्सिटी की जमीन लेने के काफी बाद हुई।
फराह गोगी कौन और क्यों भागीं
- फराह गोगी और बुशरा बीबी की दोस्ती उस वक्त से है, जब इमरान ने बुशरा से शादी भी नहीं की थी। कहा जाता है कि बुशरा ने फराह के जरिए ही इमरान के पास 2017 में यह मैसेज भेजा था कि अगर वो (इमरान) बुशरा से शादी कर लेते हैं तो वो वजीर-ए-आजम बन जाएंगे। अब इसे पिंकी पीरनी (बुशरा बीबी का पाकिस्तान में पॉपुलर नाम) की भविष्यवाणी का कमाल कहें या संयोग, लेकिन बुशरा से निकाह के बाद इमरान 2018 में प्राइम मिनिस्टर बन भी गए।
- फराह और उनके पति ने इसके बाद जबरदस्त लूट मचाई। सिर्फ मलिक रियाज मामले में ही नहीं बल्कि सरकारी खजाने के अरबों रुपए के तोहफे भी दुबई में बेचे। मामले का खुलासा ‘रिस्ट वॉच स्कैंडल’ से हुआ। ये बेशकीमती घड़ियां और दूसरी गोल्ड ज्वैलरी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने इमरान को बतौर तोहफे दिए थे। बुशरा ने फराह और इमरान के एक कैबिनेट मिनिस्टर के जरिए इन्हें दुबई में बेच दिया। बाद में खरीदने वाले ने वीडियो जारी करके राजफाश कर दिया।
- पिछले साल अप्रैल में जैसे ही इमरान की सरकार गिरी, ठीक उसी दिन एक प्राइवेट प्लेन से फराह गोगी दुबई भाग गईं। इसका फोटो भी उन्होंने खुद ही ट्वीट किया था। इसके बाद से वो पाकिस्तान नहीं लौटीं। इमरान कहते हैं कि फराह और बुशरा को बदनाम किया जा रहा है, वो तो घरेलू महिलाएं हैं।
अरबों का ठेका मिला
- पाकिस्तानी जर्नलिस्ट गौहर बट्ट कहते हैं- कराची में एक अरबों रुपए का हाउसिंग प्रोजेक्ट पास हुआ था। मलिक रियाज इसका ठेका लेना चाहता था। उसकी फाइल आगे नहीं बढ़ रही थी। फराह गोगी ने बुशरा बीबी से संपर्क किया। बुशरा ने इमरान को तैयार किया और अरबों के ठेके में करोड़ों की रिश्वत का रास्ता साफ हो गया। खास बात यह है कि यह डायमंड रिंग पहने बुशरा को देखा भी गया है। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल भी हुईं थीं।
- नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मरियम नवाज ने पिछले हफ्ते एक रैली में कहा था- हमारे मुल्क की अवाम को कितने सबूत चाहिए। हर जुर्म के सबूत मौजूद हैं। ऑडियो और वीडियो भी हैं। क्या ये सही नहीं है कि बुशरा के कहने पर ही तोशाखाना (सरकारी खजाने) के गिफ्ट दुबई में बेचे गए। लैंड माफिया मलिक रियाज ने डायमंड रिंग बुशरा को ही गिफ्ट क्यों की? बुशरा के पूर्व पति खावर मानेका, बहन और बेटों के अकाउंट्स में करोड़ों रुपए अचानक कैसे आने लगे थे? ट्रांसफर और पोस्टिंग के नाम पर करोड़ों किसने कमाए?
- मरियम के इन आरोपों पर इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) और फंस गई। उसे बचाव करना भारी पड़ रहा है। इसकी वजह यह है कि तमाम मीडिया चैनल्स के पास भी इन आरोपों के सबूत और बुशरा के बैंकिंग ट्रांजैक्शंस की डीटेल्स मौजूद हैं। इमरान ने मां के नाम पर बनाए गए कैंसर हॉस्पिटल (शौकत खानम) के नाम पर दुनियाभर से चंदा जुटाया और इसका इस्तेमाल सियासत के लिए किया।
कौन है मलिक रियाज
रियाज का पाकिस्तान में जबरदस्त रसूख है। फौज, ISI और सियासत में उसके तमाम गुर्गे मौजूद हैं। पिछले ही साल उसका आसिफ अली जरदारी से बातचीत का ऑडियो लीक हुआ था। इसमें वो जरदारी से कहता है कि इमरान आपसे पैचअप करना चाहते हैं। इस पर जरदारी साफ कहते हैं कि यह अब नामुमकिन है।
रियाज के एक गुर्गे से लंदन में 2021 में 40 अरब रुपए बरामद हुए थे। ब्रिटिश सरकार ने यह रकम पाकिस्तान को सौंप दी थी। कहा जाता है कि यह गिरफ्तारी इमरान के इशारे पर ही हुई थी और बाद में इसी के जरिए रियाज को ब्लैकमेल करके उससे दो डील की गईं।
टैरिन व्हाइट केस में भी खान का फंसना तय
- इमरान के खिलाफ तमाम केस अपनी जगह हैं, लेकिन टैरिन व्हाइट का केस सबसे बड़ा है। दरअसल, इमरान की एक बेटी है। इसका नाम टैरिन व्हाइट है। टैरिन अब करीब 30 साल की हो चुकी हैं और इमरान की पहली पत्नी जेमिमा के साथ रहती हैं।
- इमरान ने जेमिमा गोल्डस्मिथ से दो बेटों (सुलेमान और कासिम) के होने की बात तो हर हलफनामे में मानी, लेकिन पूर्व प्रेमिका सीटा व्हाइट से हुई बेटी टैरिन की जानकारी नहीं दी। अमेरिकी और ब्रिटिश अदालतों में यह साबित हो चुका है कि टैरिन के पिता इमरान खान ही हैं। खान के खिलाफ इलेक्शन कमीशन को झूठा हलफनामा देने के आरोप में केस चल रहा है। उन्हें अदालतों से इतनी मदद मिलती रही कि वो सुनवाई के लिए कोर्ट ही नहीं जाते।
- पाकिस्तान के ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट मोहम्मद साजिद ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इमरान के खिलाफ पिटीशन दायर की थी। पिटीशन में साजिद ने कहा- इमरान ने इलेक्शन कमीशन को दिए एफिडेविट में दो बेटे होने की जानकारी दी, लेकिन बेटी होने की बात छिपा गए। अमेरिका और ब्रिटेन के कोर्ट्स ने साइंटिफिक एविडेंस के बाद यह माना है कि टैरिन व्हाइट के पिता वास्तव में इमरान ही हैं। टैरिन 30 साल की हो चुकी हैं। उनकी मां का नाम सीटा व्हाइट था। सीटा का कई साल पहले कैंसर से निधन हो चुका है। खान टैरिन के लिए लगातार पैसा भी भेजते हैं और इसके सबूत मौजूद हैं।
- 13 अगस्त 1997 को कैलिफोर्निया हाईकोर्ट के जस्टिस एंथनी जोन्स ने इमरान को टैरिन का पिता घोषित किया था। जस्टिस जोन्स ने फैसले में कहा था- तमाम मेडिकल रिपोर्ट्स और जांच से यह साफ है कि इमरान ही टैरिन व्हाइट के पिता हैं। टैरिन की मां सीटा व्हाइट और खान के 1987-88 से रिलेशन थे। इमरान ने जांच में मदद करने से इनकार कर दिया था।
- सुनवाई के दौरान इमरान के वकील ने कहा था- 1992 से पहले मेरा मुवक्किल एक्टिव क्रिकेटर थे। वो कई देशों में घूमे। नाइट क्लब्स और पब्स में जाते थे। क्रिकेट से रिटायर होने के बाद वो कट्टर मजहबी हो गए।
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