मणिपुर में एक बार फिर भड़की हिंसा, अमित शाह से मिलने दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री

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मणिपुर में हिंसा की आग अभी पूरी तरह से बुझी नहीं है। शनिवार की रात भी विष्णुपुर और चुराचांदपुर इलाके में लगभग आधा दर्जन घर जला दिए गए। हालांकि इन घटनाओं में किसी की मौत की जानकारी नहीं है। तोरबंग इलाके में आधी रात कुछ उपद्रवियों ने घरों में आग ललगा दी। घनटा की जानकारी के बाद बीएसएफ की दो टुकड़ियां यहां तैनात की गई हैं। इसके अलावा तीन अन्य टुकड़ियों को भी तैनात किया जाएगा।
कांगपोकपी जिले में सापमेइना पुलिस स्टेशन के पास भी एक ट्कर में आग लगा दी गई। बता दें कि मणिपुर में 3 मई से ही हिंसा जारी है। यहां मैतेई समुदाय को एसटी की सूची में शामिल होने को लेकर बवाल हो रहा है। अब तक इस हिंसा में 73 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। असम राइफल्स का एक जवान भी उपद्रवियों के हमले में घायल हो या।
दिल्ली रवाना हुए मुख्यमंत्री
मणिपुर के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह रविवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए. उनके साथ चार कैबिनेट मंत्री भी हैं। बताया जा रहा है कि तीन दिन की हिंसा के बाद राज्य में माहौल ठीक होने लगा है. भाजपा की ओर से किसी ने यह नहीं बताया कि मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री दिल्ली क्यों आ रहे हैं। उन्होंने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
सख्त की गई सुरक्षा
हिंसा के दौरान सुरक्षा बलों से 456 हथियार जब्त किए गए और हिंसा के संबंध में 385 प्राथमिकी दर्ज की गईं। अब तक 46 हजार से ज्यादा लोगों को निकाला जा चुका है। 26 हजार लोग राहत शिविरों में हैं। कांगपोकपी हाईवे पर ट्रैफिक जाम करने के बारे में पूछे जाने पर प्रशासन ने कहा कि नेशनल हाईवे 2 अभी तक पूरा नहीं हुआ है. राज्य में अर्धसैनिक बलों की 62 और सेना की 126 कंपनियों को तैनात किया गया है।
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