
इतना कुछ होने के बाद भी व्यक्ति इन चीजों को पाने की इच्छा रखता है।
जिनसे व्यक्ति कभी संतुष्ट नहीं होता।
फिर भी वह और अधिक की इच्छा रखता है।
वह हमेशा इसे और अधिक चाहता है
वह हमेशा सोचता रहता है।
उसे उतनी ही कम लगती है
जिसे बार-बार खाने के बाद भी व्यक्ति संतुष्ट नहीं हो पाता।