IAS-IPS बनने के लिए कितनी बार दे सकते हैं UPSC परीक्षा? जानें...
आईएएस-आईपीएस बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में प्रयास की सीमा और आयु सीमा श्रेणीवार अलग-अलग होती है। आइए जानते हैं-
आईएएस-आईपीएस बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में प्रयास की सीमा और आयु सीमा श्रेणीवार अलग-अलग होती है। आइए जानते हैं-
आईएएस-आईपीएस बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में प्रयास की सीमा और आयु सीमा श्रेणीवार अलग-अलग होती है। आइए जानते हैं-
सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 6 बार शामिल हो सकते हैं। बशर्ते उनकी आयु 21 से 32 वर्ष के बीच हो (आयु की गणना 1 अगस्त के आधार पर की जाती है)।
अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के 21 से 35 वर्ष के उम्मीदवार इस यूपीएससी परीक्षा में 9 बार शामिल हो सकते हैं। इन उम्मीदवारों को आयु में 3 वर्ष की छूट भी मिलती है।
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी परीक्षा में शामिल होने की कोई सीमा नहीं है।
वे 21 से 37 वर्ष की आयु के बीच परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। इन उम्मीदवारों को आयु में 5 वर्ष की छूट भी मिलती है।
पीडब्ल्यूडी में, सामान्य/ईडब्ल्यूएस/ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवार 9 बार परीक्षा में शामिल हो सकते हैं (आयु सीमा 21 से 45 वर्ष), जबकि एससी/एसटी श्रेणी के उम्मीदवार 47 वर्ष की आयु तक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) सामान्य श्रेणी की तरह यूपीएससी परीक्षा में 6 बार शामिल हो सकता है और आयु सीमा 21 से 32 वर्ष है।
यदि कोई उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होता है, तो उसे एक प्रयास माना जाएगा, चाहे वह मुख्य परीक्षा तक पहुंचे या नहीं।
इसके अलावा, उम्मीदवारी के अयोग्य होने/रद्द होने की स्थिति में भी इसे एक प्रयास के रूप में गिना जाता है।
आयु सीमा और प्रयासों में छूट केवल भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आरक्षण प्रमाण पत्र के आधार पर दी जाती है।
सिविल सेवा परीक्षा में उम्मीदवारों के प्रयासों की जाँच/सत्यापन सिविल सेवा परीक्षा के उचित चरण में आयोग के पास उपलब्ध डेटा/रिकॉर्ड से की जाती है।
यदि कोई उम्मीदवार गलत, झूठा या आवश्यक जानकारी छिपाता है या आपराधिक मामलों में शामिल पाया जाता है तो उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाती है और उसे अयोग्य घोषित कर दिया जाता है।