आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में चार ऐसे गुणों का वर्णन किया है जो प्रगतिशील लोगों में जन्म से ही मौजूद होते हैं।
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में चार ऐसे गुणों का वर्णन किया है जो प्रगतिशील लोगों में जन्म से ही मौजूद होते हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार इन गुणों के कारण ऐसे लोग जीवन भर सफलता प्राप्त करते हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार सफल लोग बुरे वक्त से कभी नहीं घबराते बल्कि उसका सामना करते हैं।
वहीं जो लोग बुरे वक्त में डर जाते हैं उनकी हिम्मत उससे पहले ही टूट जाती है। जिनमें हिम्मत होती है वो उस वक्त से निकल जाते हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में खूब तरक्की करने वाले लोग कभी नकारात्मक सोच नहीं रखते।
आचार्य चाणक्य के अनुसार नकारात्मक सोच वाले लोग कभी सफल नहीं होते। वो हमेशा चिंतित रहते हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति जीवन में सफल होना चाहता है उसे कभी आलसी नहीं होना चाहिए।
आचार्य चाणक्य के अनुसार आलसी व्यक्ति कभी सफल नहीं हो सकता।
आलस्य के कारण वो महत्वपूर्ण अवसरों को भी गंवा देता है।