
कोई व्यवसाय शुरू करता है तो वह उसे जल्द से जल्द बढ़ाना चाहता है।
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे मनुष्य का वर्णन किया है जिसे हर कार्य में सफलता मिलती है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार मधुर वाणी वाले लोगों के दुश्मन भी नहीं होते। हर व्यक्ति उनका सम्मान करता है।
इस बात का लाभ उन्हें व्यवसाय में भी मिलता है। यही कारण है कि मधुरभाषी लोग व्यवसाय में जल्द ही सफल हो जाते हैं।
चाणक्य के अनुसार मधुरभाषी लोगों को समाज के हर हिस्से में पसंद किया जाता है। लोग उनकी मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।