प्लास्टिक का करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान
प्लास्टिक के इस्तेमाल से लेड, कैडमियम और मरकरी जैसे रसायन मानव शरीर के सीधे संपर्क में आते हैं। ये विषाक्त पदार्थ कैंसर, जन्मजात विकलांगता, प्रतिरक्षा प्रणाली का कारण बन सकते हैं और बचपन में बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं।
हम प्लास्टिक पर इस कदर निर्भर हैं कि पीने के पानी की बोतल से लेकर लंच बॉक्स तक हम प्लास्टिक का ही इस्तेमाल करते हैं. हम प्लास्टिक का इस्तेमाल तो कर रहे हैं लेकिन इसके दुष्प्रभावों से अनजान हैं। आप जानते हैं कि प्लास्टिक मानव शरीर के लिए कई तरह से हानिकारक है
दमा, पल्मोनरी कैंसर फेफड़ों के माध्यम से जहरीली गैसों में सांस लेने के कारण होता है, जो कैंसर का कारण बनता है। कैंसर और जिगर की क्षति तंत्रिका और मस्तिष्क क्षति गुर्दे की बीमारी है
आप भी प्लास्टिक से होने वाले खतरों से रूह से रूबरू हों और प्लास्टिक के कम उपयोग पर ध्यान दें। आइए जानते हैं कि हम प्लास्टिक के इस्तेमाल से कैसे बच सकते हैं?
पानी हमेशा प्लास्टिक की बोतल में रहता है इसलिए प्लास्टिक की बोतल का पानी खरीदना बंद कर दें। प्लास्टिक के कबाड़ में प्लास्टिक की बोतलों का सबसे बड़ा योगदान है, क्योंकि लगभग 20 मिलियन बोतलें कूड़ेदान में फेंक दी जाती हैं।
प्लास्टिक का पूर्ण बहिष्कार करें। घर से सामान खरीदने जाएं तो शॉपिंग बैग साथ लेकर जाएं। वैसे तो यह आपको और हमें एक छोटी सी बात लगती है, लेकिन अगर आप इसका पूरी लगन से पालन करें तो आप प्लास्टिक की थैलियों का इस्तेमाल कम कर सकते हैं।
अपने खाने को टिफिन-बॉक्स या कांच के कंटेनर आदि में स्टोर करने की कोशिश करें। खाने के लिए प्लास्टिक के कंटेनर या बैग का इस्तेमाल न करें। प्लास्टिक पर रोकथाम हमारी आज की पीढ़ी के लिए ही उपयोगी नहीं है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए इसका बहिष्कार जरूरी है।