अपनाना वाला हर मुश्किल को चुटकी में कर लेता है पार
चाणक्य नीति कहती है कि सकारात्मक रहेंगे तो मुश्किलों को दूर करने में अधिक समय नहीं लगेगा. धन को लेकर चाणक्य ने विस्तार से अपने विचार साझा किए हैं. वह कहते हैं कि मेहनत का फल और समस्याओं का हल ईमानदारी से काम करने वालों को मिल ही जाता है.
ज्ञान के बलबूते इंसान सफलता के शिखर पर पहुंच सकता है. चाणक्य ने धनवान से ज्यादा ज्ञानी और बुद्धिजीवी को श्रेष्ठ मनुष्य माना है. ज्ञान व्यक्ति हर जगह सम्मानीय है फिर चाहे वह आर्थिक रूप से कमजोर ही क्यों न हो. चाणक्य कहते हैं कि विद्या अर्जित करना उस कामधेनु गाय के समान है
ज्ञान और अनुभव एक सिक्के के दो पहलू हैं. इंसान को ज्ञान तो होता है लेकिन अनुभव तभी मिलता है जब वो उस स्थिति में जिए. जिन चीजों का ज्ञान लिया है उसका अभ्यास भी जरुरी है इस तभी मनुष्य अच्छे और बुरे में बेहतर ढंग से फर्क करने में कामयाब होता है
चाणक्य के अनुसार ये ऐसा गुण है जिसके बल पर व्यक्ति बड़े से बड़ा लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर लेता है. ज्ञान का कभी घमंड न करें, विद्या बांटने पर बढ़ती है और इससे व्यक्ति उच्चपद प्राप्त करता है.
जो मनुष्य को हर मौसम में अमृत प्रदान करती है, इसलिए ज्ञान जब भी, जहां से भी मिले उसे ग्रहण कर लेना चाहिए. ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता.
धन जहां सुख देता है वहीं इसे छीन भी लेता है लेकिन जीवन चाहे कितना भी मुश्किल लगे, लेकिन चाणक्य ने एक ऐसी चीज बताई है जो धन से भी ऊपर है, ये जिसके पास हो वह मुसीबतों से घबराता नहीं. चाणक्य ने इसे मनुष्य का सबसे बड़ा और ताकतवर हथियार माना है.