ये हैं दुनिया की 5 सबसे ज्यादा नापसंद की जाने वाली मिर्च, इन्हें खाना तो दूर, छूने से भी लगता है डर
Oct 26, 2023, 18:54 IST
Aapni News, Agriculture
ट्रिनिदाद बच स्कॉर्पियन भी बहुत ही तीखी मिर्च है. इसकी खेती कैरेबियन द्वीप पर की जाती है. खास बात यह है कि स्कॉर्पियन नाम पड़ने के पीछे एक बहुत ही रोचक कहानी है. इसमें स्कॉरपियन स्टिंगर की तरह नुकीला टेल होता है. आइए आपको बताते हैं कि लोग क्यों इस सबसे तीखी मिर्च खाना तो दूर छूने सी भी कतराते हैं.
भारत में तीखा खाना खाना जाना जाता है। वहीं, कई लोग तो ऐसे भी होते हैं, जो खाना खाने के दौरान अलग-अलग तरह से हरी मिर्च का सेवन करते हैं। यही कारण है कि भारत में हरी सब्जियों के बीच लोग थैले में दुकानदार से हरी मिर्च डलवाना नहीं भूलते। लेकिन आपको क्या पता है, दुनिया की सबसे तीखी मिर्च कौन सी है और इसकी खेती किस देश में की जाती है। आज हम दुनिया की ऐसी सबसे विचित्र मिर्च के बारे में बात करेंगे, जिसे खाना तो दूर छूने सी भी लोग कतराते हैं। Also Read:बिहार के लाल ने किया कमाल, गांव में ही इस बिजनेस से कमाता है 3 लाख अगर हम विश्व की सबसे तीखी मिर्च की बात करें तो पहले स्थान पर भूत जोलकिया का नाम आता है. इसकी खेती असम में की जाती है. इस मिर्च को दुनिया की सबसे तीखी मिर्च माना गया है. यही वजह है कि साल 2007 में इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड दर्ज किया गया. खास बात यह है कि इसे घोस्ट पेपर के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि, स्थानीय भाषा में असम के लोग इस यू-मोरोक, लाल नागा या नागा जोलोकिया भी कहते हैं. असम के अलावा मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भी इसकी खेती की जाती है. भारत से ही पूरे विश्व में भूत जोलकिया का निर्यात होता है. यह हजारों रुपये किलो बिकता है. Also Read: भारत के किसान इजराइल की ये तकनीक क्यों अपनाते हैं , जिससे होती है दोगुनी कमाई वहीं, तीखापन के मामले में दूसरे नंबर पर ड्रेगन्स ब्रेथ मिर्च का नाम आता है. इसकी खेती ब्रिटेन में होती है. इसका तीखापन 2.48 मिलियन स्कॉविल इकाई तक मापा गया है, जो सामान्य मिर्च से करीबन 2000 गुना अधिक है. इसका इस्तेमाल दवा के रूप में भी करते हैं. कहा जाता है कि इस मिर्च का एक छोटा सा हिस्सा खाने में मिला देने पर पूरा भोजन तीखा हो जाता है. इसका कलर लाल, हरा और काला भी हो सकता है इसी तरह नागा वाइपर की भी गिनती विश्व की सबसे तीखी मिर्च में होती है. कहा जाता है कि यह एक तरह की हाइब्रिड मिर्च है. इसकी फार्मिंग भी केवल ब्रिटेन में होती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी हर मिर्च का कलर कई बार डिफरेंट होता है. यानी इसका कलर लाल, हरा और काला भी हो सकता है.
अच्छे- अच्छे लोग इसे खाने से कतराते हैं कैरोलिना रीपर भी बहुत ज्यादा तीखी मिर्च मानी गई है. इसका नाम 2013 में तीखेपन के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स बुक में दर्ज हो चुका है. इसकी खेती केवल अमेरिका में की जाती है. कैरोलिना रीपर भी एक तरह की हाइब्रिड मिर्च है. इसको स्वीट हैबनेरो और नागा वाइपर मिर्च के बीच क्रॉस करके विकसित किया गया है. यह मिर्च इतनी तीखी है कि अच्छे- अच्छे लोग इसे खाने से कतराते हैं.