White Stem Rot Disease Mustard: सरसों में तेजी से फ़ैलता जा रहा सफेद तना गलन रोग, जानें कैसे करें रोकथाम
Dec 20, 2023, 09:00 IST

White Stem Rot Disease Mustard: सरसों में सफेद तना गलन रोग की पहचान
इस रोग में पौधे का तना गलकर सूख जाता है। सरसों में इसकी पहचान के लिए आप जमीन से थोड़ा ऊपर तने में सफेद फफूंद या उल्ली देख सकते हैं। वह स्थान जहाँ फंगस उगता है। काफी समय तक वहां रहने के बाद पौधे का तना टूट जाता है और पौधे सूख जाते हैं और धीरे-धीरे आपकी पूरी फसल नष्ट हो जाती है. इस रोग में तने पर भूरे, काले और सफेद धब्बे दिखाई देते हैं।
White Stem Rot Disease Mustard: सरसों में सफेद तना गलन रोग फैलने का उपयुक्त समय
सरसों में यह रोग दिसंबर और जनवरी माह में सबसे अधिक फैलता है। क्योंकि इस समय मौसम अधिक आर्द्र होता है। दिसंबर और जनवरी के महीने में अगर बारिश होती है और कोहरा रहता है। इससे सरसों के नीचे की पत्तियां नम रहती हैं। और फंगस पौधे के तनों पर लग जाता है। यह बीमारी इन दिनों अधिक तेजी से फैलती है।White Stem Rot Disease Mustard: सरसों में सफेद तना गलन रोग की रोकथाम
सरसों में सफेद तना गलन रोग की रोकथाम रोग प्रकट होने के बाद करना थोड़ा कठिन होता है। इसलिए आपको इस बीमारी के आने से पहले ही इससे बचाव के उपाय करने होंगे।White Stem Rot Disease Mustard: पहले रोकने के उपाय
इस रोग को खेत में आने से पहले रोकने के लिए आपको बाविस्टिन (कार्बेन्डाजिम 50% WP) 2 ग्राम प्रति लीटर की दर से छिड़काव करना होगा। ताकि इस रोग के फफूंद को आपके खेत में आने से पहले ही रोका जा सके. रोग दिखाई देने पर आप एम-45 (मैन्कोजेब 75% डब्लू.पी.) 2 ग्राम प्रति लीटर और टैबोकेनज़ोल 1 मिली प्रति लीटर का छिड़काव कर सकते हैं। इस रोग से बचाव के लिए आपको बुआई से पहले मृदा उपचार और बीज उपचार अवश्य करना चाहिए। नोट-यदि यह बीमारी आपके क्षेत्र में प्रचलित है, या पिछले वर्षों में प्रचलित रही है। इसलिए आप इसे रोकने के उपाय करें। अगर यह आपके क्षेत्र में नहीं फैलता है तो आपको इसमें कुछ भी स्प्रे करने की जरूरत नहीं है।