जानें आज कैसा रहेगा सरसों का बाजार? जानिए सरसों का उतार-चढ़ाव

किसान साथियों, सरसों का बाजार अब इस मोड़ पर आ गया है कि बाजार में थोड़ी सी भी तेजी आते ही खरीदार सरसों खरीदने से कतराने लगते हैं, वहीं दूसरी ओर जब भाव कम होते हैं तो सरसों किसान और स्टॉकिस्ट माल बेचने से कतराने लगते हैं। यानी ऊंचे भाव पर खरीदार नहीं मिलते और कम भाव पर विक्रेता नहीं मिलते।
 
जानें आज कैसा रहेगा सरसों का बाजार? जानिए सरसों का उतार-चढ़ाव

किसान साथियों, सरसों का बाजार अब इस मोड़ पर आ गया है कि बाजार में थोड़ी सी भी तेजी आते ही खरीदार सरसों खरीदने से कतराने लगते हैं, वहीं दूसरी ओर जब भाव कम होते हैं तो सरसों किसान और स्टॉकिस्ट माल बेचने से कतराने लगते हैं। यानी ऊंचे भाव पर खरीदार नहीं मिलते और कम भाव पर विक्रेता नहीं मिलते।

यही वजह है कि सरसों का भाव एक दायरे में आकर अटक गया है। अब सरसों के भाव को इस दायरे से बाहर आने के लिए बड़े ट्रिगर की जरूरत है। छोटे ट्रिगर काम नहीं आते दिख रहे हैं। पिछले साल जुलाई महीने से ही सरसों के बाजार में तेजी आनी शुरू हो गई थी। लेकिन इस साल यह तेजी मई महीने में ही आई। अब सवाल यह उठता है कि क्या यहां से आगे बाजार पिछले साल की तरह और बढ़ेगा या फिर मई महीने में आई तेजी पर ही बाजार संभल जाएगा।

साथियों, भविष्य का तो कोई पता नहीं, लेकिन बाजार के विभिन्न घटकों का विश्लेषण करने के बाद बाजार की क्या स्थिति हो सकती है, इस बारे में हम इस रिपोर्ट में चर्चा करने जा रहे हैं। अगर आप सरसों के किसान या व्यापारी हैं तो यह रिपोर्ट आपके लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। आज की रिपोर्ट में हम उन सभी कारकों का विश्लेषण करेंगे जो सरसों के भाव को ऊपर या नीचे खींचने की ताकत रखते हैं।

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ताजा बाजार अपडेट
गुरुवार के बाजार की बात करें तो सरसों का बाजार कुल मिलाकर स्थिर रहा। कहीं-कहीं हल्की कमजोरी का माहौल रहा लेकिन कुल मिलाकर स्थिरता देखने को मिली। तेल मिलों की खरीद के चलते घरेलू बाजार के बेंचमार्क बाजार जयपुर में कंडीशन सरसों का भाव 6,125 रुपये प्रति क्विंटल पर टिका रहा। भरतपुर मंडी में जरूर कमजोरी देखने को मिली और भाव ₹44 कमजोर होकर 5711 पर खुला। हालांकि शाम को थोड़ी रिकवरी के बाद बाजार 5720 पर बंद हुआ। दिल्ली और चरखी दादरी मंडी में कंडीशन सरसों का भाव क्रमश: 5975 और 5950 के स्तर पर स्थिर रहा। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.25 लाख बोरी हो गई।

हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ। प्रमुख मंडियों के भावों पर नजर डालें तो राजस्थान की नोहर मंडी में सरसों का भाव 5640, संगरिया मंडी में सरसों का भाव 5573, श्री विजयनगर मंडी में सरसों का भाव 5540, ऐलनाबाद मंडी में सरसों का भाव 5700, आदमपुर मंडी में सरसों का भाव 5635, सिरसा मंडी में सरसों का भाव 5707, मथुरा मंडी में 42 कंडीशन वाली सरसों का भाव 5750, मुरैना मंडी में सरसों का भाव 5500, पोरसा मंडी में सरसों का भाव 5475, ग्वालियर में 42 कंडीशन वाली सरसों का भाव 5600, गंगापुर सिटी में सरसों का भाव 5800, निवाई मंडी में सरसों का भाव 5600, टोंक में 5580 तथा रेवाड़ी मंडी में सरसों का भाव 5750 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। प्लांटों पर क्या रहे भाव

विदेशी बाजार से अच्छे संकेत नहीं मिलने के कारण ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में कमी कर दी। गोयल कोटा प्लांट ने सरसों के भाव में ₹50 की कमजोरी लाकर अंतिम भाव 5950 किया। सलोनी प्लांट पर भी सरसों के भाव कमजोर हुए। सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव 6475 प्रति क्विंटल दर्ज किए गए। इसके अलावा शारदा और बीपी प्लांट पर सरसों के भाव क्रमश: 6300 और 6350 रहे। अदानी बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों के भाव 6150 तक रहे। यहां भी सरसों के भाव में ₹50 की कमजोरी दर्ज की गई।

विदेशी बाजारों का अपडेट

विदेशी बाजार में खाद्य तेलों के भाव में लगातार तीसरे दिन तेजी दर्ज की गई। हालांकि तेजी बड़ी नहीं है, लेकिन अच्छी बात यह रहेगी कि सुबह कमजोर खुलने के बाद भी बाजार शाम को बढ़त के साथ बंद हुआ। अमेरिकी बाजार शिकागो में सोयाबीन तेल के भाव में तेजी दर्ज की गई। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज (बीएमडी) पर अक्टूबर पाम ऑयल वायदा अनुबंध 6 रिंगिट या 0.15% बढ़कर 3,938 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुआ। डालियान के सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध में 0.76% की वृद्धि हुई, जबकि इसके पाम ऑयल वायदा अनुबंध में 0.53% की वृद्धि हुई। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल की कीमतों में 0.57% की वृद्धि हुई। व्यापारियों के अनुसार, विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में मामूली सुधार हो सकता है, लेकिन बड़ी तेजी की संभावना कम है। मलेशिया के बाजार आज भी सपाट हैं।

तेल और खली का भाव

घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमत थोड़ी कमजोर हुई। जयपुर में सरसों तेल, कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में गुरुवार को गिरावट आई। कच्ची घानी सरसों तेल की कीमत 3 रुपये घटकर 1,169 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गई, जबकि इस दौरान सरसों एक्सपेलर तेल की कीमत भी 3 रुपये घटकर 1,159 रुपये प्रति 10 किलोग्राम हो गई। खली के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ। जयपुर में सरसों खली का भाव 2,640 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर रहा।

सरसों की आवक
गुरुवार को सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.25 लाख बोरी हो गई, जबकि बुधवार को मुहर्रम की छुट्टी के कारण आवक मात्र 2.50 बोरी थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरसों की आवक अभी भी सामान्य से कम है। कुल आवक में से 1.75 लाख बोरी सरसों की आवकबा रह सकता है. लेकिन बहुत ज्यादा दबाव आने पर ऐसा नहीं लगता।

दूसरी तरफ खाद्य तेलों का भारी कारोबार का सिलसिला अभी थमा नहीं है। प्रतीकात्मक तेल के टुकड़े हैं कि इनका आयात करने पर ये सरसों का तेल काफी मात्रा में उपलब्ध हो रहे हैं। खाद्य तेलों के आयात पर अलग-अलग फर्मों की मांग अब बहाल हो गई है लेकिन ऐसा नहीं लगता कि सरकार इस पर कुछ एक्शन लेने वाली है।

तेजी के युवाओं को देखें तो आने वाला सीजन त्योहारी है और इसमे खास तौर पर खाद्य तेलों की मांग है। नए पुराने सामान आने में महंगा समय है और भी कम चल रही है। ऐसे में आगे अगर बाजार में सरसों की सब्जी कम होती है तो भाव ऊपर की तरफ चल सकते हैं।

ऐसा होने के लिए यह अनुमान है कि फोटोग्राफर में खाद्य तेलों का भाव और नाश होता है। सभी साक्ष्यों और सिद्धांतों के विश्लेषण के बाद यह कहा जा सकता है कि ओवरऑल बाजार ऊपर की ओर चल रहा है, लेकिन ऐसा होने में थोड़ा समय और ढीलापन चल सकता है कि 15-20 दिनों में बाजार इस सीमा से बाहर जा सकता है। चाय। 400 से 500 की तेजी से आते-जाते पैसे तक कोई बड़ी बात नहीं है। अगर आप 8000 के भाव में सरसों देखना चाहते हैं तो शायद इस साल यह संभव नहीं हो। व्यापार अपने विवेक से करें।

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