Expressway News: 464 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे से तय होगा समंदर किनारे और जंगलों के बीच का सफर, इन 3 राज्यों को सीधा लाभ
Raipur Vizag Expressway: भारत में सड़क यातायात को बेहतर बनाने और सफर को सुगम व तेज़ बनाने के लिए हाईटेक एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स पर काम तेज़ी से चल रहा है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है रायपुर-विजाग (विशाखापट्टनम) एक्सप्रेसवे, जो अपनी अनूठी संरचना और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाएगा। 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड इस एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य 2022 में शुरू हुआ था और इसे 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। यह एक्सप्रेसवे न केवल छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों को जोड़ेगा, बल्कि भारत के मध्य भाग और पूर्वी तट के बीच एक महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक गलियारा भी साबित होगा।
एक्सप्रेसवे की अनूठी विशेषताएं
1. यात्रा में सुविधा और समय की बचत
रायपुर और विशाखापट्टनम के बीच यह एक्सप्रेसवे यात्रा के अनुभव को पूरी तरह बदल देगा। इस प्रोजेक्ट से रायपुर और विजाग के बीच की दूरी 125 किलोमीटर कम हो जाएगी। पहले जहां यह यात्रा लगभग 9-10 घंटे में पूरी होती थी, अब यह समय घटकर 4-5 घंटे रह जाएगा।एक्सप्रेसवे पर वाहनों के लिए 120 किमी/घंटा तक की गति सीमा तय की जाएगी, जिससे यात्री तेज़ और आरामदायक सफर का आनंद ले सकेंगे।
2. प्राकृतिक नजारे और आधुनिक तकनीक का संगम
यह एक्सप्रेसवे जंगलों और समंदर के किनारे के अद्भुत नजारों के बीच से गुजरते हुए यात्रियों को एक रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा। प्राकृतिक दृश्य: एक्सप्रेसवे घने जंगलों, हरे-भरे पहाड़ों और समंदर के किनारे के मनमोहक दृश्यों से होकर गुजरेगा। हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर: इस प्रोजेक्ट में अत्याधुनिक एक्सेस-कंट्रोल सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन होगा और दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
3. तीन राज्यों को फायदा
464 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को आपस में जोड़ेगा। यह न केवल व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा, बल्कि इन राज्यों के छोटे कस्बों और गांवों को मुख्यधारा से जोड़ने में भी मदद करेगा। तीनों राज्यों के पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे पर्यटन उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी।
आर्थिक और सामाजिक महत्व
1. आर्थिक विकास का नया केंद्र
यह प्रोजेक्ट इन राज्यों की अर्थव्यवस्था को गति देगा। उद्योगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे माल परिवहन तेज और किफायती होगा। कृषि और खनिज आधारित उद्योगों को अपने उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुंचाने में आसानी होगी।
2. रोजगार के अवसर
- इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है। इसके संचालन के बाद स्थानीय लोगों को ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन से जुड़े रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
3. पर्यटन को बढ़ावा
- विजाग जैसे समुद्र तटीय शहर और छत्तीसगढ़-ओडिशा के खूबसूरत जंगल पर्यटन के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा किसी हिल स्टेशन की सैर का अनुभव देगी।
एक्सप्रेसवे का मार्ग और संरचना
- प्रारंभ: यह एक्सप्रेसवे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पास अभनपुर से शुरू होगा।
- समाप्ति: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम (वाईजैग) के सबवरम में समाप्त होगा।
- मार्ग: यह छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के जंगलों और पहाड़ी इलाकों से गुजरेगा।
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद रायपुर-विजाग एक्सप्रेसवे केवल एक सड़क नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास का सेतु होगा। इसके माध्यम से मध्य भारत और पूर्वी तट के बीच कनेक्टिविटी को नया आयाम मिलेगा। रायपुर-विजाग एक्सप्रेसवे उन यात्रियों के लिए एक शानदार विकल्प होगा जो प्रकृति के बीच आरामदायक और तेज़ सफर का आनंद लेना चाहते हैं। यह प्रोजेक्ट भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की एक और शानदार कहानी लिखने के लिए तैयार है।

