Haryana Politics: टिकट कटने की चर्चाओं के बीच सुनीता दुग्गल ने बीजेपी प्रभारी से की मुलाकात, अशोक तंवर की इंट्री की संभावनाओं पर जताया विरोध

 
Haryana Politics: टिकट कटने की चर्चाओं के बीच सुनीता दुग्गल ने बीजेपी प्रभारी से की मुलाकात, अशोक तंवर की इंट्री की संभावनाओं पर जताया विरोध
Haryana Politics: हरियाणा के सिरसा से बीजेपी की लोकसभा सांसद सुनीता दुग्गल ने नई दिल्ली में पार्टी के राज्य प्रभारी बिप्लब देव से मुलाकात की है. मंगलवार को नई दिल्ली में दोनों नेताओं की ये मुलाकात कई मायनों में खास है. कुछ महीनों बाद होने वाले लोकसभा चुनाव में सुनीता दुग्गल को सिरसा से टिकट नहीं दिए जाने की चर्चा जोरों पर है. हरियाणा में आम आदमी पार्टी (आप) नेता अशोक तंवर कई दिनों से बीजेपी में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. उनके अलावा पूर्व आईपीएस अधिकारी वी. कामराज भी सिरसा लोकसभा क्षेत्र में अपना जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. इस बार कामराज यहां से बीजेपी के टिकट के दावेदारों में शामिल हैं. Also Read: Haryana: हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अब नहीं बन पाएंगे आईपीएस, मुख्य सचिव ने लौटाई फाइल, जानिएं पूरा मामला Haryana Politics: इन तमाम चर्चाओं के बीच मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल भी अपनी सीट बचाने के लिए सक्रिय हो गई हैं. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है. मंगलवार को बिप्लब देव से मुलाकात भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है. Haryana Politics: टिकट कटने की चर्चाओं के बीच सुनीता दुग्गल ने बीजेपी प्रभारी से की मुलाकात, अशोक तंवर की इंट्री की संभावनाओं पर जताया विरोध Haryana Politics: बताया जा रहा है कि सुनीता दुग्गल ने बिप्लव देव से मुलाकात कर आम आदमी पार्टी नेता अशोक तंवर की बीजेपी में एंट्री पर अपना विरोध दर्ज कराया. हालांकि किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की. Also Read: Crops cure fog: इन फसलों के लिए रामबाण है कोहरा, जमकर करेगा फायदा

Haryana Politics: टिकट कटने से क्यों परेशान हैं दुग्गल?

1. सिरसा सीट पर बीजेपी की हालत कमजोर
सुत्रों के मुताबिक बीजेपी ने 2019 में देशभर में अपने दम पर जीती 303 लोकसभा सीटों पर कुछ समय पहले सर्वे कराया था. इस सर्वे में 303 में से करीब 50 सीटें ऐसी मिलीं जहां इस बार बीजेपी की स्थिति कमजोर है. इन 50 सीटों में 2 सीटें हरियाणा की भी हैं. इनमें से पहली सीट है सिरसा और दूसरी सीट है रोहतक.
2. मतदाताओं से संवाद की कमी
Haryana Politics: 2019 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सुनीता दुग्गल ने पूरे संसदीय क्षेत्र का एक बार भी दौरा नहीं किया. उनका मतदाताओं से सीधा संवाद नहीं है. सिरसा इलाका कट्टर किसानों की बेल्ट है, लेकिन किसान आंदोलन के दौरान सुनीता दुग्गल की भूमिका से यहां के किसान नाराज हैं. इलाके के बीजेपी कार्यकर्ता भी सुनीता से खुश नहीं हैं. पिछले 5 वर्षों में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में कोई बड़ा काम नहीं कराया है, जिसे वे मतदाताओं के बीच अपनी उपलब्धि के रूप में गिना सकें. Haryana Politics: टिकट कटने की चर्चाओं के बीच सुनीता दुग्गल ने बीजेपी प्रभारी से की मुलाकात, अशोक तंवर की इंट्री की संभावनाओं पर जताया विरोध Haryana Politics: Also Read: Haryana: हरियाणा में किसानों के अनुदान में बहुत बड़ा घोटाला, 10 अधिकारियों पर शक, जांच करेगी CBI
3. नौकरशाही रवैया
Haryana Politics: सुनीता दुग्गल के रवैये और व्यवहार से सिरसा संसदीय क्षेत्र की जनता के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी है। एक बीजेपी कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मैडम का रवैया एक नौकरशाह जैसा है. वह जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं से जुड़ना नहीं चाहती. यही वजह है कि सिरसा संसदीय क्षेत्र में आने वाले इलाकों पर उनकी मजबूत पकड़ नहीं रही.
4. बीजेपी में टिकट दावेदारों की लंबी लाइन
Haryana Politics: पूर्व आईपीएस अधिकारी वी. कामराज इन दिनों सिरसा संसदीय क्षेत्र में काफी सक्रिय हैं. वह लोकसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के टिकट के दावेदार हैं. आम आदमी पार्टी (आप) की हरियाणा इकाई की प्रचार समिति के अध्यक्ष अशोक तंवर के भी भाजपा में शामिल होने की चर्चा है। तंवर की हरियाणा के सीएम मनोहर लाल से भी मुलाकात हो चुकी है. अगर तंवर बीजेपी में शामिल होते हैं तो पार्टी उन्हें सिरसा से टिकट दे सकती है. तंवर 2009 से 2014 तक कांग्रेस पार्टी के टिकट पर यहां से लोकसभा सांसद रहे। आज भी तंवर की सिरसा में अपनी टीम है। Also Read: Dairy cattle: अधिक ठंड में दुधारू पशु हो रहे हैं इन बीमारियों का शिकार, इन तरीकों से करें बचाव Haryana Politics: टिकट कटने की चर्चाओं के बीच सुनीता दुग्गल ने बीजेपी प्रभारी से की मुलाकात, अशोक तंवर की इंट्री की संभावनाओं पर जताया विरोध Haryana Politics:
Haryana Politics: दुग्गल ने कहा- हमेशा लोगों के लिए काम किया
Haryana Politics: इस बीच सांसद सुनीता दुग्गल ने दावा किया है कि उन्होंने हमेशा लोगों के लिए काम किया है. 2019 का चुनाव जीतने के बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र में धन्यवाद यात्रा नहीं करने पर उनका तर्क है कि कोरोना और किसान आंदोलन के कारण वह ऐसा नहीं कर सकीं. सुनीता दुग्गल ने बीजेपी के हरियाणा प्रभारी बिप्लब देव से मुलाकात को औपचारिक मुलाकात बताया. उन्होंने कहा कि इस बैठक में पार्टी के भावी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई. Also Read: Good news for women: यहां महिलाओं को अब 60 नहीं बल्कि 50 साल की उम्र में पेंशन मिलेगी

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