Mauni Amavasya: माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या का अधिक महत्व है। माघ जिसे मौनी अमावस्या, माघ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन पवित्र स्थान पर स्नान करने और पितरों के नाम पर शुभ कार्य करने की विशेष परंपरा है। इस दिन व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही इस दिन पितृदोष से मुक्ति के लिए किए गए उपाय दोगुना फल देते हैं। इस बार मौनी अमावस्या पर महोदय योग, काल योग, सर्वार्थ सिद्धि योग जैसे कई शुभ योग हैं। ऐसे में पितृदोष से मुक्ति के लिए किए गए उपाय का आपको पूरा लाभ मिलने वाला है। आइए जानते हैं मौनी अमावस्या पर पितृदोष से मुक्ति के आसान उपाय।
Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पितृदोष के उपाय
Also Read: Vastu Tips: पूजा में स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल करना शुभ है या अशुभ, जानें क्या कहता है वास्तु 1. मौनी अमावस्या के दिन पितरों के नाम पर काले तिल का दान करें। इस उपाय को करने से पितृदोष से राहत मिलने के साथ-साथ व्यक्ति को धन संबंधी किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। 2. मौनी अमावस्या के दिन शनिदेव और पितरों को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ पर दूध, गंगाजल, काले तिल और मीठा जल चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको शनिदोष और पितृदोष दोनों से मुक्ति मिल जाएगी। 3. मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करें। साथ ही पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करना भी लाभकारी होता है। इस दिन पीपल का वृक्ष लगाना भी शुभ रहेगा। पीपल के पेड़ पर सुबह-शाम दीपक जलाएं। 4. मौनी अमावस्या के दिन खीर बनाने का भी विशेष महत्व है। इस दिन खीर बनाकर किसी ब्राह्मण को खिलाएं, साथ ही किसी जरूरतमंद व्यक्ति को खीर खिलाएं और गाय को भी खिलाएं। ऐसा करने से आपके पितृ प्रसन्न होंगे और आपको पितृदोष से राहत मिलेगी।
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