Mandi Bhav: जानें इस खास रिपोर्ट में सरसों में और तेजी आएगी या नहीं?

किसान साथियों हमने कल की रिपोर्ट में ही बता दिया था। कि सरसों के बाजार में सुधार हो सकता है। बाजार में ठीक ऐसा ही देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिन में सरसों के भाव का ₹50 से लेकर ₹100 तक उछाल आया है। घरेलू बाजार के साथ-साथ विदेशी बाजारों में भी मंदी पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है।
 
Mandi Bhav: जानें इस खास रिपोर्ट में सरसों में और तेजी आएगी या नहीं?

Sarso Bhav: किसान साथियों हमने कल की रिपोर्ट में ही बता दिया था। कि सरसों के बाजार में सुधार हो सकता है। बाजार में ठीक ऐसा ही देखने को मिल रहा है। पिछले दो दिन में सरसों के भाव का ₹50 से लेकर ₹100 तक उछाल आया है। घरेलू बाजार के साथ-साथ विदेशी बाजारों में भी मंदी पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है।

सरसों में मंदी पर ब्रेक तो लग गया लेकिन बाजार अभी तेजी की मूड में नहीं लग रहा। तो दोस्तों बाजार में ऐसे क्या घातक है जो बाजार की तेजी की तरफ मोड़ सकते हैं। या फिर ऐसी कौन सी चीज हैं जो तेजी की में रोड बन रही है।

सरसों का बाजार तेजी की तरफ कब मुड़ सकता है। अगर तेजी आती है तो यह तेजी बाजार को कितना ऊपर उठा सकती है। यह कुछ ऐसे सवाल है जिनके हम आज की रिपोर्ट में आपको बारीकी से अध्ययन करके देंगे। अगर आप सरसों के किसान या व्यापारी है। तो आपके लिए रिपोर्ट बहुत ही खास होगी।

ताज मार्केट अपडेट

किसान साथियों सबसे पहले सरसों के बाजार की ताजा हाल-चाल को जान लेते हैं। शुक्रवार के बाजार की बात करें तो तेल मिलों की खरीद बढ़ने से घरेलू बाजार में सरसों के भाव में सुधार देखने को मिला। जयपुर में कंडीशन की सरसों के दाम ₹50 तेज होकर भाव 6075 रुपए प्रति क्विंटल हो गए।

हरियाणा-राजस्थान सहित देश-विदेश की हर खबर सबसे पहले पाने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े 👇👇 ज्वाइन करें

बात भरतपुर मंडी की करें तो यहां भी पिछले दो दिन में बाजार 100 रुपए तक बढ़ गया। भरतपुर में शुक्रवार को सरसों के भाव 5725 के स्तर पर बंद हुए भरतपुर के बाजार को देख रहा ऐसा लगता है।

कि अब मंदी पर ब्रेक लग जाना चाहिए। दिल्ली लारेंस रोड पर सरसों के भाव काफी दिनों स्थ्रि चल रहे हैं जो कि कल ₹25 तेज होकर 5950 तक पहुंच गए। इसी तरह से अन्य मंडियों में सरसों के भाव 25 से ₹50 तक तेज हुए हैं। सरसों की आवाज लगातार कम होती जा रही है। शुक्रवार को यह 3 लाख के स्तर से नीचे फिसल गई सरसों की दैनिक आवक घटकर 2.75 लाख बोरी आवक हुई।

प्लांट पर हुई बढ़िया तेजी

बाजार में तेजी के माहौल को देखते हुए ब्रांडेड तेल मिलां में सरसों के भाव में बढ़ोतरी कर दी। 2 दिन पहले जो सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव 6300 की रेंज में आ गए थे अब वही फिर से 6500 की रेज में दिखने लगे हैं। आगरा में बीपी और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव 6250 की रेंज में चल रहे हैं। गोयल कोटा प्लांट पर सरसों 5900 और वंश प्लांट पर सरसों रेट ₹5800 बन रहा है।

विदेशी बाजारों की अपडेट

विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में सुधार देखने को मिला मलेशिया ही पांव तेल की कीमतों में हल्की तेजी दर्ज की गई। साथ ही शिकागो में सोया तेल के भाव भी तेज हुए चीन के डालियानं में सोया तेल के साथ ही तेल में तेजी दर्ज की गई।

जानकारी के अनुसार जुलाई में भारत में पाम एवं सोया तेल के आयात में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार हैं। मजबूत रिंगटी के दबाव के बावजूद विश्व बाजार में अन्य खाद्य तेलों के दाम तेज होने के कारण शुक्रवार को मलेशिया क्रूड फॉर्म तेल वायदा में हल्की वृद्धि देखी गई।

घरेलू बाजार अपडेट

घरेलू बाजार में सरसों के तेल की कीमतों में दूसरे दिन सुधार आया। लेकिन इस दौरान सरसों के भाव बहुत नरम हो गए।  व्यापारियों के अनुसार उत्पादक राज्यों में स्टॉकिस्टों एवं किसानों की बिकवाली कमजोर होने से आवकों में कमी आई है।

लेकिन उत्पादन को राज्यों में अभी बकाया स्टॉक अच्छा है  त्योहारी सीजन होने के कारण घरेलू बाजार में सरसों तेल की मांग में इन दिनों में बढ़ेगी लेकिन इसकी कीमतों में तेजी मंदी काफी हद तक आयत खाद्य तेलों के दम पर निर्भर करेगी।

सरसों की आवक
सरसों की आवाज कमजोर होते-होते अब 3 लाख बोरी के नीचे फिसल गई है। देश भर की मंडियों में सरसों की दैनिक अवक घटकर 2.75 लाख बोरियों की हुई है। जबकि इसके पिछले कारोबार दिवस में आवक 3 लाख बोरियों की हुई थी।

कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 1.55 लाख बोरी जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 25 हजार बोरी उत्तर प्रदेश की मंडियों में 35 हजार बोरी पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 10 हजार बोरी तथा गुजरात में 10 हजार बोरी एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 40 हजार बोरियों की आवक हुई।

सरसों के भाव बढ़ेंगे या नहीं
किसान साथियों जैसा कि हम अपनी रिपोर्ट में बता रहे हैं। कि घरेलू बाजार में सरसों का फंडामेंटल मजबूत है। फिर सवाल यह उठता है कि जब फंडामेंटल मजबूत है। तो सरसों में तेजी क्यों को नहीं बन रही दोस्तों पहले भी हमने आपको बताया है।

कि सरसों तेल पर इस वक्त केवल विदेशी बाजार का दबाव है। विदेशी बाजारों से बहुत ही सस्ते दाम भाव पर पोम तेल और सोया तेल के साथ-साथ सूरजमुखी तेल का आयात हो रहा है। जिसके चलते सरसों तेल की डिमांड कमजोर हो रही है।

यह सारी चीज हम आपको कई बार बता चुके हैं। अब इनमें नया यह है की तुम्हारी सीजन शुरू हो चुका है। तीज के त्यौहार के बाद ही सरसों के तेल की डिमांड निकलना शुरू हो जाएगी। क्योंकि लगातार कम चल रही है और सरसों तेल को पोम तेल और सोया तेल पूरी तरह से रिप्लेस नहीं कर सकता।

इसलिए सरसों तेल के भाव में उछाल देखने को मिल सकता है। आमतौर पर दिवाली का त्योहार आते-आते सरसों के भाव 300 से ₹400 तक बढ़ सकते हैं। यह सरसों के बाजार का आम ट्रेड है। कुल मिलाकर ये निष्कर्ष निकला कि अगर विदेशी बाजारों में थोड़ा बहुत भी सुधार होता है। तो सरसों के भाव जल्दी जयपुर में  6500 स्तर छु सकते हैं

नोट व्यापार अपने विवेक से करें

Tags

Around the web