Fatehabad News: फतेहाबाद में पत्नी के अवैध संबंध और महिला पुलिस की बेबजह कुटाई से तगं आकर युवक ने भाखड़ा नहर में लगाई छलांग

पत्नी के अवैध संबंधों और महिला पुलिस अधिकारी द्वारा की गई मारपीट से परेशान एक युवक ने बुधवार शाम भाखड़ा नहर में छलांग लगा दी। कूदने से पहले युवक ने एसपी, डीसी और डीएसपी को संबोधित एक नोट लिखकर अपनी किराना दुकान के काउंटर पर रख दिया। इसमें महिला एसआई और महिला हेड कांस्टेबल, ससुराल वालों और कथित प्रेमी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
नहर में कूदने से पहले युवक ने अपने भतीजे को फोन पर सूचना देकर एक पत्र के बारे में बताया। इस घटना के तुरंत बाद परिजन मौके पर पहुंचे और गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की। गोरखपुर के पास दुम्मा पुल पर लोहे का जाल लगाया गया।
युवक के भाई ने सुसाइड नोट में नामजद सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने की शिकायत दी है। वार्ड नंबर एक स्थित ऑफिसर कॉलोनी निवासी धर्मेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका भाई सुरेंद्र सिंह अपनी पत्नी के पड़ोसी युवक के साथ अवैध संबंधों से परेशान था। उसकी पत्नी ने सुरेंद्र के खिलाफ भूना थाने में 28 मई को मारपीट करने और प्रॉपर्टी अपने नाम करवाने का मामला दर्ज करवाया था। 6 जून को सुरेंद्र अपने भाई और भतीजे के साथ भूना थाने गया था।
आरोप है कि इस दौरान पुलिस कर्मियों ने सुरेंद्र सिंह को कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ मारपीट की। सुरेंद्र सिंह पर अपनी संपत्ति पत्नी के नाम करवाने के लिए समझौता करने का दबाव बनाया। आरोप है कि दोनों महिला पुलिस कर्मी 20 हजार रुपये की मांग कर रही थीं। रिश्वत न देने पर दोनों उसे बिना किसी गलती के लगातार परेशान कर रही थीं। सुसाइड नोट में सुरेंद्र ने अपनी पत्नी, साले और सास के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है। पुलिस ने सुरेंद्र की तलाश के लिए खैरी पुल के पास भाखड़ा नहर में प्रयास शुरू कर दिए हैं।
सुरेंद्र सिंह दो बेटियों का पिता है
सुरेंद्र सिंह की शादी करीब 10 साल पहले धनौरी निवासी सुदेश से हुई थी। दंपति की आठ और तीन साल की दो बेटियां हैं। सुरेंद्र के साले मनोज ने बताया कि घरेलू विवाद के चलते उसकी बहन ने महिला पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी।
पत्र में लिखी प्रताड़ना की कहानी
सुरेंद्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि उसकी पत्नी का इलाके के ही एक व्यक्ति से अवैध संबंध है। उसकी डिटेल भी उसके फोन में है। उसने कई बार उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। मैं इससे काफी समय से परेशान हूं।
अब 28 मई को मेरी पत्नी ने भूना थाने में प्रॉपर्टी अपने नाम करवाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई है। 6 जून को मेरा भतीजा आशीष और भाई एक साथ थाने गए थे। पुलिस वाले ने मेरे भतीजे और भाई को अंदर बैठाया और बाहर निकाल दिया।
उसने गेट बंद करके मुझे अकेले बैठाया और मेरे साथ मारपीट की। उसने मुझ पर समझौता करने और प्रॉपर्टी अपने नाम करवाने का दबाव बनाया। मैंने कहा कि मेरी पत्नी का चरित्र खराब है, इसलिए मैं प्रॉपर्टी अपने नाम नहीं करवा सकता।
मेरी पत्नी ने पुलिस को पैसे दिए हैं। वे मुझ पर दबाव बनाने में विश्वास रखते हैं। 25 जून को थाने से फोन आया। मुझे प्रॉपर्टी के सारे कागजात थाने में लाने को कहा गया। मैंने कहा, मैं नहीं आऊंगा। तुमने मुझे पहले भी बहुत पीटा है। अब मैं बहुत परेशान हूं। मैंने पुलिस को लिखित में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है कि अब मैं दुखी होकर अपनी जीवन लीला समाप्त करने जा रहा हूं। मेरी मौत के लिए वे ही जिम्मेदार हैं।
सुरेंद्र सिंह के भाई के बयान पर गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस भाखड़ा नहर में सुरेंद्र सिंह को तलाशने का प्रयास कर रही है। फिलहाल नोट मिलने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। -पवन कुमार, कार्यवाहक एसएचओ, भूना थाना