कश्मीर आतंकी मुठभेड़ में हरियाणा का लाल शहीदः परिवार का इकलौता चिराग था पैरा कमांडो नैन

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा के जवान प्रदीप नैन शहीद हो गए हैं। प्रदीप जींद जिले के जाजनवाला गांव के रहने वाले थे। कुलगाम के मोडरगाम में मुठभेड़ के दौरान वे शहीद हो गए। प्रदीप 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें पैरा कमांडो बना दिया गया। वे परिवार के इकलौते बेटे हैं।
 
कश्मीर आतंकी मुठभेड़ में हरियाणा का लाल शहीदः  परिवार का इकलौता चिराग था पैरा कमांडो नैन

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा के जवान प्रदीप नैन शहीद हो गए हैं। प्रदीप जींद जिले के जाजनवाला गांव के रहने वाले थे। कुलगाम के मोडरगाम में मुठभेड़ के दौरान वे शहीद हो गए। प्रदीप 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें पैरा कमांडो बना दिया गया। वे परिवार के इकलौते बेटे हैं। उनकी पत्नी भी गर्भवती हैं। सेना ने शनिवार देर शाम उनके पिता बलवान सिंह को बेटे की शहादत की खबर दी।

प्रदीप नैन का पार्थिव शरीर आज रविवार शाम तक उनके पैतृक गांव पहुंचेगा। शहीद प्रदीप को अंतिम विदाई देने के लिए आसपास के गांवों से हजारों लोग पहुंचेंगे। इस मुठभेड़ में अब तक 4 आतंकी मारे जा चुके हैं, जबकि प्रदीप के अलावा एक और जवान शहीद हुआ है। आशंका है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे।

परिवार का इकलौता बेटा था प्रदीप
शहीद प्रदीप नैन के चाचा पूर्व ब्लॉक समिति चेयरमैन प्रतिनिधि सुशील नैन ने बताया कि प्रदीप नैन उनके परिवार का इकलौता बेटा था, जो वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। सेना में अपनी काबिलियत के आधार पर उसका चयन पैरा मिलिट्री कमांडो में हुआ था।

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बहन और प्रदीप की 2022 में एक साथ हुई शादी
प्रदीप की एक छोटी बहन भी है। प्रदीप की शादी 2022 में होनी है। उसकी बहन की भी शादी उसी दिन हुई थी। चाचा ने बताया कि छोटी बहन प्रदीप की लाडली थी।

पत्नी गर्भवती थी, छुट्टी पर आने वाला था
चाचा सुशील नैन ने बताया कि शहीद प्रदीप की पत्नी गर्भवती है। प्रदीप कहता था कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म से पहले छुट्टी पर घर आ जाएगा, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था प्रदीप अब तिरंगे में लिपटा हुआ घर आएगा। प्रदीप की शहादत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

लोग कह रहे हैं, एक तो वह नन्ही जान जो इस दुनिया में नहीं आई, दूसरे उसकी पत्नी, जिसकी पूरी जिंदगी बाकी है, वह किसके सहारे जिएगी। वह 2015 में सेना में भर्ती हुआ था। सेना में अपनी योग्यता के आधार पर उसका चयन पैरामिलिट्री कमांडो में हुआ था।

देर रात तक जारी रही मुठभेड़
पहली मुठभेड़ दोपहर करीब 12 बजे कुलगाम के मुदरीगाम इलाके में शुरू हुई। उस समय सुरक्षाबल आतंकियों की सूचना पर इलाके में तलाशी अभियान चला रहे थे। इस मुठभेड़ में पैरा कमांडो प्रदीप नैन शहीद हो गए। दूसरे घायल जवान की हालत गंभीर बनी हुई है। देर रात तक मुठभेड़ जारी रही।

 

सीएम सैनी ने जताया दुख
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए पैरा कमांडो प्रदीप नैन की शहादत पर दुख जताया है। नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया पर प्रदीप नैन की फोटो शेयर कर परिवार को सांत्वना दी और उनके बलिदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और सरकार शोकाकुल परिवार के साथ है।

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