सिरसा में हादसे का दर्द: घर में कोहराम, सन्नाटा पसरा; 6 चिताएं जलीं, पड़ोसियों के घरों में भी नहीं जले चूल्हे
शुक्रवार को दिन निकलते ही सिरसा के किलियावाली के डिस्पोजल एरिया में मातम छा गया। जैसे ही शिवकुमार के भाई व अन्य परिजनों को घटना की जानकारी मिली तो कोहराम मच गया। दिनभर आसपास की गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। पड़ोसियों के घरों में चूल्हे तक नहीं जले। जिसे भी हादसे की जानकारी मिली वह स्तब्ध रह गया। शाम पांच बजे जब शव घर पहुंचे तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। एक साथ छह ताबूत निकाले गए तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। शाम छह बजे गमगीन माहौल में सभी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उधर, राजस्थान के महाजन थाना पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चालक का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
शिवकुमार की भाभी के आंसू थम नहीं रहे थे। पड़ोस की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थीं, लेकिन खुद के आंसू भी नहीं रोक पा रही थीं। घर में दिनभर लोगों का तांता लगा रहा। कल तक जिस घर में खुशियां थी, आज उसके दरवाजे बंद थे और किसी की हिम्मत नहीं थी कि घर खोले। बंद घर देखकर नीरज के दोस्त और परिचित भी लौट गए। शाम पांच बजे जब सभी के शव डबवाली लाए गए तो पूरे किलियावाली क्षेत्र में मातम छा गया।
परिवार के लोगों ने बताया कि नीरज ने कुछ समय पहले ही नई कार खरीदी थी, जिसमें परिवार के सभी लोग सालासर गए थे। परिवार की सदस्य नीतू ने बताया कि गुरुवार शाम सात बजे उसके चाचा, सास, ससुर आरती और शिवकुमार अपने बच्चों के साथ सालासर बालाजी गए थे। रात करीब साढ़े 11 बजे महाजन थाना पुलिस ने जैतपुर टोल प्लाजा के पास सड़क हादसे की सूचना दी। यह कैसे हुआ, यह समझ में नहीं आ रहा है।
एक साल पहले हुई थी भाई की मौत
परिवार के लोगों के अनुसार शिवकुमार के बड़े भाई अनिल गुप्ता की एक साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद उनके परिवार की जिम्मेदारी शिवकुमार और नीरज पर आ गई थी। पिता-पुत्र मिलकर घर चला रहे थे। शिवकुमार ई-रिक्शा चलाता था और नीरज की मेडिकल की दुकान थी। मां आरती लोगों के घरों में साफ-सफाई का काम करती थी। बहन सुनैना बठिंडा में प्राइवेट नौकरी करती थी। भूमिका उर्फ भूमि डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी, जबकि डुग्गू अरोड़ा वंश स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र था।
30 साल पहले उत्तर प्रदेश से आए थे
गुप्ता परिवार 30 साल पहले उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के गांव नवाबगंज से डबवाली आया था। उन्होंने किलियावाली में अपना मकान बनवाया था। दोनों भाइयों में आपसी प्रेम था। इसके चलते शिव कुमार बड़े भाई के परिवार की देखभाल करता था। अब परिवार में शिव कुमार की भाभी और उनकी तीन भतीजी और एक भतीजा ही बचा है।
कार को काटकर निकाले गए शव
राजस्थान पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हादसा बीकानेर से 110 किलोमीटर पहले भारत माला हाईवे पर जैतपुर के पास हुआ। हादसा इतना भीषण था कि पुलिस को कार को काटकर शवों को बाहर निकालना पड़ा। हादसे में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि भूमिका ने हनुमानगढ़ अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। भारत माला एक्सप्रेस-वे छह लेन का है।
हाईवे पर जैतपुर क्षेत्र के पास वाहन चालकों को खुला क्षेत्र मिलता है और उस दौरान चालक अपने वाहनों की गति बढ़ा देते हैं। संभवत: कार की ओवरस्पीड के कारण यह हादसा हुआ। सड़क किनारे खड़ा ट्रक दिखाई नहीं दिया और कार पीछे से उसमें जा घुसी। मेडिकल स्टोर को किया सील पुलिस और औषधि विभाग की टीम ने मंगलवार को नीरज गुप्ता के मेडिकल स्टोर पर छापा मारा। इस दौरान गाबा पैंटीन की 1032 गोलियां और गाबा पैंटीन के 860 कैप्सूल मिले। नीरज इनकी खरीद-फरोख्त के दस्तावेज नहीं दिखा पाया। इसके बाद औषधि निरीक्षक सुनील कुमार ने मेडिकल स्टोर को सील कर दिया।