सिरसा में 2 भाइयों से 36 लाख की ठगी: रेलवे में नौकरी का झांसा दिया, फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया, नियुक्ति के बाद हुआ खुलासा
पुलिस को दी शिकायत में गांव नेजाडेला खुर्द निवासी अनमोल कुमार ने बताया कि वह और उसका छोटा भाई अनुसंधा सरकारी नौकरी लगवाना चाहते थे। फतेहाबाद जिले के गांव भूना निवासी राज कुमार उसके घर आता-जाता था। अनमोल का कहना है कि राज कुमार फरवरी 2022 में सिरसा आया था। राजकुमार ने बताया कि उसका राहुल आर्य नाम का एक दोस्त मोहाली में रहता है और उसके रेलवे विभाग में अच्छे संबंध हैं। राहुल पैसे लेकर रेलवे में नौकरी लगवाने का काम करता है।
राजकुमार ने अनमोल से कहा कि अगर तुम दोनों भाई रेलवे में नौकरी करना चाहते हो तो वह तुम्हें राहुल से मिलवा देगा। जिस पर अनमोल ने हां कर दी। फरवरी 2022 के अंतिम सप्ताह में राजकुमार अपने दोस्त राहुल के साथ सिरसा आया। इसके बाद दोनों भाइयों ने हिसार रोड स्थित एक होटल में राहुल से बात की। राहुल ने दोनों भाइयों को रेलवे में टीसी लगवाने के बदले 36 लाख रुपये मांगे। अनमोल का कहना है कि राजकुमार की बातों में आकर वह 36 लाख रुपये देने को तैयार हो गया।
इंजन के साथ खड़े होकर उसने फोटो खिंचवाई
राहुल ने अनमोल से कहा कि दोनों भाइयों के फार्म भरने के लिए अभी 10 हजार रुपये दे दो। मार्च 2022 के पहले सप्ताह में दोनों के फार्म अप्लाई करना जरूरी है। इसके बाद अनमोल ने राहुल को 10 हजार रुपये दे दिए। अनमोल के मुताबिक 5 मार्च 2022 को वह अपने पिता जयचंद और भाई के साथ जीरकपुर स्थित गोल्डन प्लाजा होटल पहुंचा और यहां उसने राजकुमार की मौजूदगी में राहुल को 15 लाख 90 हजार रुपये दिए। इसके बाद राहुल ने दोनों भाइयों को 6 मार्च 2022 को दिल्ली उत्तर रेलवे हेड ऑफिस बड़ौदा हाउस आने को कहा। अनमोल का कहना है कि वह अपने भाई के साथ यहां पहुंचा। इसके बाद राहुल ने कहा कि जहां ट्रेन का इंजन खड़ा है, वहीं खड़े हो जाओ और अपनी फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर भेज दो।
रेलवे अस्पताल दिल्ली में कराया मेडिकल
अनमोल का कहना है कि कुछ देर बाद उसके पास एक आदमी आया, जिसका नाम विशाल था। विशाल उसे रेलवे के हेड ऑफिस ले गया और दोनों भाइयों के फॉर्म भरवाए और रेलवे मेडिकल अस्पताल दिल्ली जाकर मेडिकल कराने को कहा। इसके बाद दोनों भाइयों ने अपना मेडिकल कराया। 10 मार्च 2022 को विशाल ने दोनों भाइयों को ज्वाइनिंग लेटर दिया। इसके बाद अनमोल अपने भाई के साथ घर लौट आया।
इसके बाद राहुल ने दोनों भाइयों से 14 लाख रुपये मांगे। अनमोल का कहना है कि उसके पिता ने उक्त रकम राहुल को दे दी। राहुल ने कहा कि जल्द ही बाकी 6 लाख रुपये का इंतजाम कर लो, जल्द ही तुम्हारे बेटों की रेलवे विभाग हजरत निजामुद्दीन दिल्ली में टीसी के पद पर ज्वाइनिंग हो जाएगी।
चेकिंग स्टाफ ने बताया कि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है
8 मई 2022 को आरोपी राहुल ने अनमोल कुमार को नॉर्दर्न रेलवे, भारत सरकार विभाग का आईडी कार्ड नंबर 84521/22 जारी करवाया, जिस पर सरकारी मुहर लगी हुई थी। इसके बाद अनमोल ने बाकी बचे 6 लाख रुपए में से 5 लाख रुपए जीरकपुर में राहुल को दे दिए। अनमोल का कहना है कि 30 जून 2022 को उसने एक लाख रुपए राहुल के बैंक अकाउंट में डाल दिए। इसके बाद दोनों भाई हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर ज्वाइन कर नौकरी करने लगे।
10 जुलाई 2022 को अनमोल और उसका भाई अनुसंधा पठानकोट एक्सप्रेस ट्रेन में टीसी के तौर पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे, तभी उस दौरान चेकिंग स्टाफ आ गया। चेकिंग स्टाफ ने उनसे पूछताछ की और बताया कि आपके साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी हुई है। आप दोनों के आईडी कार्ड फर्जी हैं।
ज्वाइनिंग लेटर फर्जी पाए गए
इसके बाद जब अनमोल ने राहुल से संपर्क किया और उसे सारी बात बताई तो राहुल ने कहा कि आप दोनों भाइयों का ट्रेनिंग पीरियड चल रहा है। आपका एक पेपर होना बाकी है। इसके बाद आप दोनों के लिए परमानेंट टीसी आईडी कार्ड जारी कर दिए जाएंगे। अनमोल का कहना है कि 15 दिन बाद उसे रेलवे विभाग से टीसी पद का नियुक्ति पत्र मिला, लेकिन जांच करने पर वह फर्जी निकला।
ठगी का शिकार होने के बाद अनमोल ने राजकुमार और राहुल से अपने 36 लाख रुपये वापस मांगे, लेकिन उन्होंने देने से साफ इनकार कर दिया। उसने घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है। जांच अधिकारी एएसआई संदीप कुमार का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।