ये नया हाईवे सिरसा और राजस्थान के बीच होकर गुजरेगा, किसानों की जमीन के भाव होंगे आसमान में

देश के प्रधानमंत्री ने तीसरी बार सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग हाईवे मैन नितिन गडकरी को दिया है। पिछले दस साल के उनके कार्यकाल में देशभर में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इसके लिए नई सड़कें बनाने के साथ-साथ सुधार व मरम्मत का काम भी किया जा रहा है। इससे आम आदमी को काफी फायदा मिल रहा है।
क्योंकि इससे सफर करने में समय कम लग रहा है। अब गडकरी के कार्यकाल में सिरसा से 34 किलोमीटर हाईवे का निर्माण होगा। हालांकि इसके बाद सर्वे के बाद बाकी लंबाई तय की जाएगी। बता दें कि हाईवे सिरसा-जमाल, फेफाना, नोहर वाया तारानगर, चूरू प्रस्तावित है। इस क्षेत्र में सड़क बनने से बस सेवाओं में बढ़ोतरी होगी।
एक निजी फर्म इस सड़क का सर्वे कर रिपोर्ट संबंधित विभाग को सौंपेगी। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि इसके बाद रिपोर्ट राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को दी जाएगी। बता दें कि सिरसा-नोहर से चूरू वाया तारानगर हाईवे को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय की ओर से प्रस्तावित सिरसा-नोहर वाया तारानगर-चूरू हाईवे निर्माण के लिए एक निजी कंपनी ने पिछले साल मई-जून में सर्वे शुरू किया था।
बता दें कि इस सड़क के बाद हनुमानगढ़ जिले का यह पहला सबसे लंबा हाईवे है। कैंचियां से सूरतगढ़ तक हाईवे का सिर्फ 6 किलोमीटर क्षेत्र हनुमानगढ़ जिले में है, बाकी हिस्सा श्रीगंगानगर में होगा। सिरसा-नोहर-तारानगर वाया चूरू हाईवे बनने से चूरू, चलकोई, तारानगर, साहवा, नोहर, फेफाना और सिरसा से आने वाले वाहनों को सुविधा होगी। बता दें कि चूरू से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और सूरतगढ़ समेत पंजाब क्षेत्र में आने वाले वाहनों को नोहर से सीधा हाईवे मिल जाएगा। इससे वाहन चालक आसानी से नोहर हाईवे से चूरू और आगे जयपुर-दिल्ली तक नए हाईवे से जा सकेंगे। यह सड़क 15 फीट चौड़ी होगी। इसके बाद इसे 2 लेन और 4 लेन में तब्दील करने की योजना है।