मटके का पानी पीने से हो सकते हैं कई नुकसान, ध्यान रखें ये 4 बातें
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए फ्रिज की जगह मटके का पानी पीना पसंद करते हैं। क्योंकि मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी अच्छा होता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता है, वह सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा आमतौर पर नहीं होता है, लेकिन हमारी थोड़ी सी लापरवाही की वजह से मटके का पानी हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाता है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए फ्रिज की जगह मटके का पानी पीना पसंद करते हैं। क्योंकि मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी अच्छा होता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस मटके का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता है, वह सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा आमतौर पर नहीं होता है, लेकिन हमारी थोड़ी सी लापरवाही की वजह से मटके का पानी हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो जाता है।
मटके का पानी पीने से हो सकती हैं ये बीमारियां
टाइफाइड और हैजा
बहुत से लोग लंबे समय तक मटके, घड़े या सुराही में पानी भरकर पीना पसंद करते हैं। लेकिन, ऐसा करने से गर्मियों में गंदा पानी पीने से होने वाली टाइफाइड और हैजा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए समय-समय पर मटके को साफ करने के अलावा रोजाना पानी बदलते रहना चाहिए।
डायरिया और पेट में संक्रमण
लंबे समय तक मटके का पानी पीने से डायरिया और पेट में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि बहुत से लोग ऐसे हैं जो नियमित रूप से मटके का पानी पीते हैं। लेकिन वे बर्तन साफ नहीं करते और पानी भी नहीं बदलते। जिसके कारण बर्तन में रखे पानी में फंगस पैदा हो जाती है। और अगर कोई व्यक्ति इस फंगस से संक्रमित पानी को पी लेता है, तो वह डायरिया या पेट में संक्रमण जैसे गंभीर संक्रमण के कारण बीमार पड़ जाता है।
मटके का पानी पीते समय इन 4 बातों का ध्यान रखें
हर दिन बर्तन को धोकर उसमें नया पानी भरें।
हमेशा बर्तन या घड़े को ढककर रखें।
कभी भी हाथ डुबोकर बर्तन से पानी न निकालें।
हमेशा घड़े पर साफ कपड़ा लपेटकर रखें।