अत्यधिक गर्मी से त्वचा संबंधी समस्याएं, बदल सकते हैं निर्यात के तरीके
तापमान हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। दिन-प्रतिदिन बढ़ती गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। चिलचिलाती गर्मी न केवल स्वास्थ्य को बल्कि त्वचा को भी बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। तेज धूप के कारण पसीना आना, घमौरियां, मुंहासे और सनबर्न जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यह जानना बहुत जरूरी है कि गर्मियों में त्वचा की देखभाल (समर स्किनकेयर) कैसे की जाए, ताकि चिलचिलाती गर्मी में भी त्वचा सुरक्षित रहे और त्वचा संबंधी समस्याएं ट्रिगर न हों। इसलिए इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद सेक्टर-17 स्थित रेडिकल स्किन एंड हेयर क्लीनिक की त्वचा विशेषज्ञ और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. राधिका रहेजा से बात की। आइए जानते हैं
तापमान हर दिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। दिन-प्रतिदिन बढ़ती गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। चिलचिलाती गर्मी न केवल स्वास्थ्य को बल्कि त्वचा को भी बहुत नुकसान पहुंचा सकती है। तेज धूप के कारण पसीना आना, घमौरियां, मुंहासे और सनबर्न जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए यह जानना बहुत जरूरी है कि गर्मियों में त्वचा की देखभाल (समर स्किनकेयर) कैसे की जाए, ताकि चिलचिलाती गर्मी में भी त्वचा सुरक्षित रहे और त्वचा संबंधी समस्याएं ट्रिगर न हों। इसलिए इस बारे में जानने के लिए हमने फरीदाबाद सेक्टर-17 स्थित रेडिकल स्किन एंड हेयर क्लीनिक की त्वचा विशेषज्ञ और हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. राधिका रहेजा से बात की। आइए जानते हैं
उन्होंने इस बारे में क्या कहा। पसीना साफ करें गर्मी बढ़ने के साथ ही पसीना भी बढ़ने लगता है। वैसे तो पसीना हमारे शरीर को ठंडा रखने के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन इसे साफ न करने की वजह से यह धूल और अन्य प्रदूषकों के साथ त्वचा के रोमछिद्रों में जमा हो जाता है, जिससे मुंहासे होने का खतरा रहता है। ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए समय-समय पर पसीना पोंछते रहें। इसके लिए आप टिशू पेपर या ब्लॉटिंग पेपर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे पसीने की वजह से होने वाले मुंहासे नहीं होंगे।
घमौरियों से बचें
अत्यधिक गर्मी के कारण कई लोगों को घमौरियां भी हो जाती हैं। घमौरियों को मिलिरिया के नाम से भी जाना जाता है। अधिक पसीना आने से घमौरियों की समस्या होती है। इससे त्वचा पर लाल दाने और खुजली होने लगती है। ऐसे में घमौरियों से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं, जिसमें मुलायम और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनना और पसीने को साफ करना सबसे कारगर उपाय है। मुलायम और सूती कपड़े पहनने से त्वचा को सांस लेने में मदद मिलती है। साथ ही घमौरियों से राहत पाने के लिए एलोवेरा या मेंथॉल जैसे उत्पादों का इस्तेमाल करें।
धूप में कम निकलें
गर्मियों में धूप में निकलने से त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। इसलिए कोशिश करें कि सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर न निकलें, क्योंकि इस समय सबसे ज्यादा गर्मी होती है। इस समय घर के अंदर रहना ही समझदारी है, लेकिन अगर आपको किसी जरूरी काम से बाहर जाना है, तो खुद को अच्छे से ढक कर रखें। इसके लिए टोपी या स्कार्फ का इस्तेमाल करें। इतना ही नहीं, अगर आप बाहर जाते हैं, तो नियमित रूप से पानी पीते रहें, ताकि डिहाइड्रेशन न हो।
मेलास्मा से बचाव
धूप में ज्यादा समय बिताने से त्वचा की रंगत असमान हो सकती है। इससे टैनिंग और मेलास्मा हो सकता है। मेलास्मा में त्वचा पर काले या भूरे रंग के पैच दिखाई देते हैं, जिससे त्वचा की रंगत एक जैसी नहीं रहती। इसलिए धूप से होने वाले नुकसान से बचने के लिए अच्छी और असरदार सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। साथ ही बाहर जाते समय चौड़ी टोपी, धूप का चश्मा पहनें और छाते का इस्तेमाल करें, ताकि धूप आपकी त्वचा को नुकसान न पहुंचाए।
सनबर्न से बचें
तेज धूप की वजह से भी सनबर्न हो सकता है, जिससे त्वचा में जलन और दर्द होता है। इतना ही नहीं, इससे समय से पहले बुढ़ापा यानी उम्र से पहले झुर्रियां और महीन रेखाएं दिखाई दे सकती हैं। सनबर्न और समय से पहले बुढ़ापे से बचने के लिए धूप से बचना बहुत जरूरी है। इसलिए सनस्क्रीन और लंबी आस्तीन के कपड़े पहनें। सनबर्न बहुत तकलीफदेह हो सकता है, इसलिए अगर आपको सनबर्न की गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
मॉइस्चराइजर लगाना न भूलें
अत्यधिक गर्मी के कारण त्वचा रूखी और खिंची हुई महसूस हो सकती है। इसी तरह, लंबे समय तक एसी में रहने से भी त्वचा रूखी हो जाती है। इसलिए गर्मियों में भी मॉइश्चराइजर लगाना न भूलें।