Pre-Diabetes vs Diabetes: अगर आप में भी हैं प्री-डायबिटीज के ये 7 लक्षण, तो जल्द करें इलाज वरना रहता है साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा

 
Pre-Diabetes vs Diabetes: अगर आप में भी हैं प्री-डायबिटीज के ये 7 लक्षण, तो जल्द करें इलाज वरना रहता है साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा
Pre-Diabetes vs Diabetes: आजकल का लाइफस्टाइल ऐसा है कि तरह-तरह की बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती हैं। इन्हीं में से एक है डायबिटीज, जो आज कई लोगों को अपनी गिरफ्त में लिए हुए है। इसके बारे में तो आपने देखा-सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी प्री-डायबिटीज के बारे में सुना है? बता दें, ये एक अलार्म साइन की तरह है जिसे अनदेखा करने का मतलब मुसीबत को मोल लेना है। इस आर्टिकल में आपको बताएंगे क्या होती है प्री-डायबिटीज और डाइबिटीज से कैसे होती है ये अलग। इसके साथ ही, आप ये भी जानेंगे कि इससे बचने के लिए आपको क्या करना चाहिए। Also Read: Mustard Crop Acreage: सरसों के तेल की महंगाई से मिलने वाली है राहत, सरसों के रकबे पर आया बड़ा बयान
Pre-Diabetes vs Diabetes: क्या होती है प्री-डायबिटीज
प्री-डायबिटीज, डायबिटीज का एक बॉर्डर लाइन है, जिसे लेकर लापरवाही बरतने पर डायबिटीज के मरीज बनने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है। इस स्थिती में ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल से ज्यादा तो होता है, लेकिन इतना ज्यादा भी नहीं होता है कि उसे डायबिटीज (Diabetes) मान लिया जाए। ऐसे में इसकी पहचान करना काफी चैलेंजिंग हो जाता है। आइए जानते हैं इसके कुछ लक्षण।
Pre-Diabetes vs Diabetes: अगर आप में भी हैं प्री-डायबिटीज के ये 7 लक्षण, तो जल्द करें इलाज वरना रहता है साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा
Pre-Diabetes vs Diabetes: प्री-डायबिटीज होने पर दिखते हैं ये लक्षण
भूख का बढ़ जाना, बार-बार पेशाब लगना, ज्यादा थकान महसूस होना, हाथ-पैर सुन्न होना, बहुत जल्दी वजन का घटना, चोट ठीक होने में ज्यादा समय लगना, आंखों की रोशनी कम हो जाना
Pre-Diabetes vs Diabetes: प्री-डायबिटीज और डायबिटीज में क्या है फर्क
आजकल की जिंदगी में डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है, जिससे कई लोग जूझ रहे हैं। इस स्थिती में बॉडी में इंसुलिन ठीक से काम करना बंद कर देता है, ऐसे में आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और आप डायबिटीज की गिरफ्त में आ जाते हैं। इसमें फास्टिंग प्लाज्मा 126 mg/dl से ज्यादा हो जाता है। वहीं प्री-डायबिटीज में ये रेट 100 से 125 mg/dl तक देखा जाता है। प्री-डायबिटीज की कंडिशन पर ही हेल्दी लाइफस्टाइल अपना लेने से डायबिटीज से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं कि शरीर जब प्री-डायबिटीज के संकेत देने लगता है, तो आपको इसके खतरों से बचने के लिए क्या तरीके अपना लेने चाहिए।
Pre-Diabetes vs Diabetes: प्री-डायबिटीज होने पर क्या करें
एक्सरसाइज और योग का सहारा लेकर आप इसे आगे चलकर डायबिटीज में बदलने से रोक सकते हैं। फिजिकल एक्टीविटीज को बढ़ा देने से शरीर में न सर्फ इंसुलिन की फंक्शनिंग बेहतर हो जाती है, बल्कि इससे वजन भी कंट्रोल किया जा सकता है। प्री-डायबिटीज में ही सतर्क हो जाने पर भविष्य में होने वाली डायबिटीज की बीमारी को रोका जा सकता है। इसके लिए आपको स्मोकिंग से दूर रहना होगा। अगर आपको भी स्मोकिंग की आदत है, तो ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है, क्योंकि धूम्रपान करने वाले लोगों में डायबिटीज का जोखिम अधिक रहता है। कहीं आपको भी तो नहीं हैं प्री-डायबिटीज के ये 7 लक्षण? जानिए इसमें क्यों रहता  है साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा - What is Pre Diabetes know its causes  symptoms and prevention Also Read: Chanakya Niti: पत्नी का ये एक अवगुण शादीशुदा जीवन को बदल देता है क्लेश में, परिवार जाता है बिखर
Pre-Diabetes vs Diabetes: 8 घंटे की नींद लेना जरूरी
शरीर में प्री-डायबिटीज के लक्षण दिखाई देने पर कम से कम 8 घंटे की नींद लेना जरूरी हो जाता है। अच्छी और पर्याप्त नींद भी आपके ब्लड शुगर लेवल को नॉर्मल रखने में मदद सकती है। डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फाइबर वाले फल और दालों को शामिल करके भी आप डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही, आपको शुगरी ड्रिंक्स से किनारा करना होगा।

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