Haryana: भाजपा खेमे में बड़ी टेंशन, पूर्व इंडियन कबड्डी कप्तान व उसकी पत्नी ने ठोकी टिकट की दावेदारी

भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा और उनकी बॉक्सर पत्नी स्वीटी बोरा ने विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है। पंच क्वीन के नाम से मशहूर विश्व चैंपियन बॉक्सर स्वीटी बोरा ने हिसार की बरवाला सीट से दावेदारी ठोकी है।
 
Haryana: भाजपा खेमे में बड़ी टेंशन, पूर्व इंडियन कबड्डी कप्तान व उसकी पत्नी ने ठोकी टिकट की दावेदारी

Haryana News: भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा और उनकी बॉक्सर पत्नी स्वीटी बोरा ने विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है। पंच क्वीन के नाम से मशहूर विश्व चैंपियन बॉक्सर स्वीटी बोरा ने हिसार की बरवाला सीट से दावेदारी ठोकी है। अब उनके पति दीपक हुड्डा ने रोहतक के महम से टिकट मांगा है। महम विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाने के अलावा दीपक हुड्डा खेल प्रतियोगिताओं और अन्य कार्यक्रमों में भी हिस्सा ले रहे हैं। हुड्डा और स्वीटी 6 महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं।

भाजपा से टिकट की दावेदारी को लेकर सुर्खियों में आए दीपक हुड्डा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में महम से जीत का दावा भी किया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने उन्हें आशीर्वाद दिया तो वे महम से कमल का फूल खिलाकर पार्टी को देंगे।

सवाल: आप किस सीट से दावेदारी कर रहे हैं और क्यों?

जवाब: अगर आपको महम विधानसभा से टिकट मिलता है तो विधानसभा में कमल का फूल खिलेगा। महम में खेल जगत मेरे साथ है। दूसरी बात मैं महम का भतीजा हूं।

मैंने यहां कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की हैं। बुजुर्ग और माताएं, चाहे वे पहले किसी भी पार्टी से जुड़ी हों, जब उनका बेटा दीपक हुड्डा उनके सामने जाता है, तो सभी उसे आशीर्वाद देते हैं। सभी कहते हैं कि बेटा हम तुम्हें वोट जरूर देंगे। तुम्हारे जैसा बच्चा राजनीति में आया है, तो कुछ अच्छा जरूर करेगा।

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जब वे 3 साल के थे, तब मां और जब वे 11वीं कक्षा में थे, तब पिता की मृत्यु हो गई

दीपक हुड्डा का जन्म रोहतक के गांव चमारिया में 10 जून 1994 को हुआ था। जब वे करीब 3 साल के थे, तब उनकी मां मूर्ति देवी का निधन हो गया था। जब वे 11वीं कक्षा में पढ़ रहे थे, तब उनके पिता राम निवास की भी मृत्यु हो गई। जिसके कारण परिवार का बोझ भी उनके कंधों पर आ गया। जिसके कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी और एक निजी स्कूल में शिक्षक की नौकरी करनी पड़ी और बच्चों को पढ़ाना शुरू किया। उन्होंने 2 साल तक एक निजी स्कूल में शिक्षक के तौर पर काम किया। 12 फरवरी को रोहतक में भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में स्वीटी बोरा और दीपक हुड्डा भाजपा में शामिल हुए।

2009 में शुरू किया था कबड्डी खेलना

दीपक हुड्डा ने बताया कि उन्होंने 2009 में कबड्डी खेलना शुरू किया था। शुरुआत में उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। माता-पिता का निधन हो गया, लेकिन फिर भी उन्होंने कबड्डी नहीं छोड़ी। वे दूसरे गांव में जाकर कबड्डी खेलते थे।

कबड्डी में कड़ी मेहनत के दम पर वे भारतीय कबड्डी टीम में शामिल हुए और शानदार प्रदर्शन कर पदक भी जीते। दीपक 2016 साउथ एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में भी हिस्सा लिया था। दीपक हुड्डा को प्रो कबड्डी लीग में बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता था।

स्वीटी बोरा ने भी ठोकी दावेदारी

दीपक हुड्डा की पत्नी अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज स्वीटी बोरा ने भी हिसार की बरवाला विधानसभा सीट से दावेदारी ठोकी है। स्वीटी बोरा का जन्म 10 जनवरी 1993 को हरियाणा के हिसार में एक किसान परिवार में हुआ था। स्वीटी बोरा को 2015-16 सत्र में उनकी खेल उपलब्धियों के लिए 2017 में हरियाणा सरकार द्वारा भीम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। स्वीटी बोरा की शादी 2 साल पहले कबड्डी खिलाड़ी से हुई थी

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