Haryana: पंचकूला बैठक से पहले भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष की संभावना, दिल्ली से चंडीगढ़ तक बढ़ीं हलचल

विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा शनिवार को पंचकूला में होने वाली बैठक से पहले हो सकती है। शनिवार को पार्टी ने पंचकूला में प्रदेश कार्यकारिणी की बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें दो हजार से 2500 लोगों के जुटने की उम्मीद है। उससे पहले पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करने की तैयारी में है।
 
Haryana: पंचकूला बैठक से पहले भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष की संभावना, दिल्ली से चंडीगढ़ तक बढ़ीं हलचल

विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा शनिवार को पंचकूला में होने वाली बैठक से पहले हो सकती है। शनिवार को पार्टी ने पंचकूला में प्रदेश कार्यकारिणी की बड़ी बैठक बुलाई है, जिसमें दो हजार से 2500 लोगों के जुटने की उम्मीद है। उससे पहले पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा करने की तैयारी में है।

पार्टी की रणनीति है कि पंचकूला बैठक से पहले नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाए और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में उनकी ताजपोशी भी कर दी जाए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विशेष तौर पर पंचकूला बैठक में आ रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष को लेकर दिल्ली से लेकर चंडीगढ़ तक गतिविधियां बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी दिल्ली में हैं। उन्होंने बुधवार रात शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात भी की। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने भी बुधवार शाम शाह से मुलाकात की।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी फिलहाल सीएम नायब सिंह सैनी के पास है। वह पार्टी के साथ-साथ प्रदेश को भी संभालने में व्यस्त हैं। लेकिन शीर्ष नेतृत्व अब पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी नए जिम्मेदार व्यक्ति को देना चाहता है। इसके लिए कई लोग लाइन में हैं। इसमें पूर्व अध्यक्ष सुभाष बराला, ओमप्रकाश धनखड़ समेत कई दिग्गज नेता शामिल हैं। हरियाणा में सत्ता में आने के बाद से ही पार्टी जाट समुदाय के व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष और गैर जाट समुदाय के व्यक्ति को सीएम बनाती रही है। लेकिन नौ महीने पहले पार्टी ने बड़ा फेरबदल करते हुए ओमप्रकाश धनखड़ को हटाकर नायब सिंह सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया।

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धनखड़ जाट समुदाय से आते हैं। क्या पार्टी पुरानी नीति पर लौटेगी या कोई नया प्रयोग करेगी? प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर भाजपा के अंदर काफी खींचतान चल रही है। सूत्रों का दावा है कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल चाहते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष उनकी पसंद का हो। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व को कई नाम सुझाए हैं, जिनमें कृष्णलाल पंवार, सुभाष बराला, अरविंद गौड़, संजय भाटिया, मनीष ग्रोवर और कृष्ण बेदी शामिल हैं।

ये सभी मनोहर के करीबी हैं। वहीं, पार्टी अध्यक्ष की दौड़ में पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, सुधा यादव का नाम शामिल है। अब पार्टी को तय करना है कि वह अपनी पुरानी नीति पर चलते हुए जाट समुदाय के नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपेगी या फिर दलित या ब्राह्मण समुदाय के नेता को प्रदेश की जिम्मेदारी देकर नया प्रयोग कर सकती है। वहीं, सूत्रों का दावा है कि पार्टी ऐसे नेता को कमान देना चाहती है, जिस पर सभी की सहमति हो। उनके नाम पर न तो केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को कोई आपत्ति होनी चाहिए और न ही अनिल विज को कोई दिक्कत होनी चाहिए।

पंचकूला बैठक के लिए 21 विभाग बनाए गए

पंचकूला में अमित शाह के आगमन को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बुधवार को प्रदेश महामंत्री मोहन लाल बड़ौली ने पदाधिकारियों को व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन की तैयारियों को लेकर 21 विभाग बनाए गए, जो व्यवस्थाओं की कमान संभालेंगे। बैठक से पहले 27 जून को भाजपा विधायक दल की और 28 जून को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक होगी।

बैठक का मुख्य एजेंडा विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाली विस्तृत कार्यकारिणी की यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन से कार्यकर्ताओं में नया जोश और ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने कहा कि यह बैठक पंचकूला में हो रही है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। पहले यह बैठक कुरुक्षेत्र में प्रस्तावित थी, लेकिन अधिक लोगों के आने के कारण इस बैठक को पंचकूला में प्रस्तावित किया गया है।

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