Haryana: क्या 'जाटलैंड' में फिर खिलेगा 'कमल' या खत्म होगा कांग्रेस का सूखा?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे, हरियाणा की सीमा उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश और दक्षिण और पश्चिम में राजस्थान से लगती है। यह राज्य कभी पंजाब का हिस्सा था। 1966 में हरियाणा देश के 17वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। हरियाणा की राजनीति लंबे समय से दो प्रभावशाली परिवारों, चौटाला और हुड्डा, के इर्द-गिर्द घूमती रही है।
 
Haryana: क्या 'जाटलैंड' में फिर खिलेगा 'कमल' या खत्म होगा कांग्रेस का सूखा?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे, हरियाणा की सीमा उत्तर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश और दक्षिण और पश्चिम में राजस्थान से लगती है। यह राज्य कभी पंजाब का हिस्सा था। 1966 में हरियाणा देश के 17वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। हरियाणा की राजनीति लंबे समय से दो प्रभावशाली परिवारों, चौटाला और हुड्डा, के इर्द-गिर्द घूमती रही है।

पिछले कुछ सालों में यह राज्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का गढ़ बनकर उभरा है. हरियाणा में कुल 10 लोकसभा सीटें हैं. इनमें अंबाला, कुरूक्षेत्र, सिरसा, हिसार, करनाल, सोनीपत, रोहतक, भिवानी महेंद्रगढ़, गुरुग्राम और फरीदाबाद लोकसभा सीटें शामिल हैं।

किस सीट पर किसका मुकाबला?
हरियाणा की अंबाला लोकसभा सीट से बीजेपी ने बंतो कटारिया और कांग्रेस ने वरुण चौधरी को टिकट दिया है. इस सीट से इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने सरदार गुरप्रीत सिंह सहोता और दुष्‍यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने किरण पुनिया पर दांव लगाया है. कुरूक्षेत्र सीट से बीजेपी ने उद्योगपति नवीन जिंदल, आम आदमी पार्टी ने सुशील गुप्ता और इनेलो ने अभय चौटाला को टिकट दिया है. जेजेपी से पालाराम सैनी भी मैदान में हैं.

सिरसा से बीजेपी ने अशोक तंवर को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने कुमारी शैलजा पर दांव लगाया है. जेजेपी ने रमेश खट्टक और इनेलो ने संदीप लोट वाल्मिकी को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने चौधरी देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला को हिसार सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. रणजीत इनेलो की सुनैना चौटाला और जेजेपी उम्मीदवार नैना चौटाला के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सुनैना और नैना दोनों बीजेपी प्रत्याशी रणजीत चौटाला की बहुएं लगती हैं.

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खट्टर के सामने बुद्धिराजा और कादियान

करनाल में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा, जेजेपी के देवेंद्र कादियान और इनेलो समर्थित एनसीपी उम्मीदवार मराठा वीरेंद्र वर्मा से चुनौती मिल रही है. 'हरियाणा की जाटलैंड' सोनीपत सीट पर बीजेपी के मोहनलाल बडौली को कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी, जेजेपी के भूपेन्द्र सिंह मलिक और इनेलो के अनूप सिंह से चुनौती मिल रही है. रोहतक से बीजेपी के मौजूदा सांसद अरविंद कुमार शर्मा, कांग्रेस से दीपेंद्र सिंह हुड्डा और जेजेपी से रवींद्र सांगवान मैदान में हैं.

राव इंद्रजीत के सामने राज बब्बर और फाजिलपुरिया

भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से बीजेपी सांसद धर्मवीर सिंह को कांग्रेस के राव दान सिंह, जेजेपी के बहादुर सिंह और इनेलो-जनलोक पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार सुभाष परमार से चुनौती मिल रही है. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह दिल्ली से सटी गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. पांच बार के सांसद राव इंद्रजीत के सामने कांग्रेस ने अभिनेता से नेता बने राज बब्बर, जेजेपी ने गायकी से राजनीति में आए राहुल यादव फाजिलपुरिया और इनेलो ने सोहराब खान को मैदान में उतारा है. इस सीट से पाव भाजी बेचने वाले कुशेश्वर भगत भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर बीजेपी के टिकट पर फरीदाबाद सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. कृष्णपाल ने 2014 और 2019 में इसी सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. इस सीट से कांग्रेस ने महेंद्र प्रताप सिंह, इनेलो ने सुनील तेवतिया और जेजेपी ने नलिन हुडा को टिकट दिया है.

कैसे रहे 2019 के नतीजे?
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा में क्लीन स्वीप किया था. तब बीजेपी को 58 फीसदी वोट मिले थे और पार्टी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. कांग्रेस को 28.4 फीसदी वोट मिले लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी. इनेलो का वोट शेयर 1.9 फीसदी रहा और अन्य को भी 11.7 फीसदी वोट मिले.

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