Loksabha Election 2024: यूपी में बदलते राजनीतिक समीकरणों का असर हरियाणा पर पड़ सकता है...जानिए बीजेपी-आरएलडी गठबंधन से 'जाट पॉलिटिक्स' पर क्या असर पड़ेगा?

 
Loksabha Election 2024: यूपी में बदलते राजनीतिक समीकरणों का असर हरियाणा पर पड़ सकता है...जानिए बीजेपी-आरएलडी गठबंधन से 'जाट पॉलिटिक्स' पर क्या असर पड़ेगा?
Loksabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बदलते राजनीतिक समीकरण से हरियाणा भी दूर नहीं रहने वाला है. साफ है कि सियासी घमासान का असर हरियाणा में भी देखने को मिलेगा. खासकर, अगर बीजेपी-आरएलडी का गठबंधन होता है तो इसका असर राजस्थान और हरियाणा में भी देखने को मिलेगा. इतना ही नहीं बीजेपी हिमाचल और पंजाब में भी इसे भुनाने की पूरी कोशिश करेगी. ऐसे में राजनीतिक पंडित बीजेपी-आरएलडी गठबंधन को 2024 के लिहाज से एनडीए के लिए शुभ मान रहे हैं. Also Read: Watermelon Farming: तरबूज की खेती करना बिल्कुल आसान, इन बातों को करें फॉलो और पाएं ढेर सारा मुनाफा
Loksabha Election 2024:  टूट सकता है रालोद-सपा गठबंधन!
Loksabha Election 2024:  जिस तरह से दिल्ली में सियासी रणनीति तैयार की जा रही है, उससे यह लगभग तय माना जा रहा है कि रालोद सपा से अपना नाता तोड़ लेगी। बीजेपी और आरएलडी जल्द ही गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं. आरएलडी के साथ चार लोकसभा सीटों और एक राज्यसभा सीट पर समझौते की बात चल रही है. Loksabha Election 2024: यूपी में बदलते राजनीतिक समीकरणों का असर हरियाणा पर पड़ सकता है...जानिए बीजेपी-आरएलडी गठबंधन से 'जाट पॉलिटिक्स' पर क्या असर पड़ेगा? अगर बीजेपी और आरएलडी के बीच गठबंधन होता है तो यूपी, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल, पंजाब, मध्य प्रदेश इसे भुनाने की कोशिश करेंगे. देश की करीब 40 लोकसभा सीटों पर जाट मतदाता प्रभावशाली माने जाते हैं, जिसका सीधा असर नतीजों पर पड़ता है। वहीं यूपी में आरएलडी के साथ गठबंधन का असर सबसे ज्यादा हरियाणा और राजस्थान पर पड़ने वाला है. यहां जाट समुदाय चौधरी चरण सिंह के प्रति बहुत सम्मान रखता है. Also Read: Chanakya Niti: स्त्री को खुश करने के लिए अपनाए ये टिप्स, 1 मिनट में हो जाएगी…..
Loksabha Election 2024:  यूपी के जाट समीकरण का हरियाणा पर असर!
Loksabha Election 2024:  यूपी में जाटों की आबादी 6 से 8 फीसदी बताई जाती है, जबकि पश्चिमी यूपी में ये 17 फीसदी से ज्यादा हैं. ऐसी 18 लोकसभा सीटें हैं...सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बिजनोर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, बुलन्दशहर, हाथरस, अलीगढ, नगीना, फतेहपुर सीकरी और फिरोजाबाद जहां जाट वोट बैंक है चुनाव नतीजों पर पड़ेगा सीधा असर डालता है। खासकर, मथुरा में 40 फीसदी, बागपत में 30 फीसदी और सहारनपुर में 20 फीसदी जाट आबादी है. फिलहाल 2019 में 24 जाट सांसद संसद पहुंचे, जिनमें से 4 यूपी से थे. विधानसभा की बात करें तो फिलहाल 14 जाट विधायक हैं.
Loksabha Election 2024: यूपी में बदलते राजनीतिक समीकरणों का असर हरियाणा पर पड़ सकता है...जानिए बीजेपी-आरएलडी गठबंधन से 'जाट पॉलिटिक्स' पर क्या असर पड़ेगा?
Loksabha Election 2024:  राजस्थान-हरियाणा का जाट फैक्टर
Loksabha Election 2024:  राजस्थान में जाट आबादी की बात करें तो यह 10 फीसदी है. राजस्थान में जाट बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, गंगानगर, चूरू, सीकर, नागौर, हनुमानगढ़, जयपुर सहित कई जिलों में बहुतायत में पाए जाते हैं। जबकि हरियाणा में 23 से 25 फीसदी जाट हैं, इसलिए यहां की राजनीति में जाटों का बड़ा प्रभाव है. हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं. Also Read:  Haryana News: हरियाणा सरकार का बड़ा प्लान, इन लोगों को हर महीने देगी इतने रुपये

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