इंद्री विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक तूफान: भाजपा के दो प्रमुख नेता पार्टी से बागी हुए
Haryana: इंद्री विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के लिए मुश्किलें बढ़ीं: दो प्रमुख नेताओं का बागी तेवर
हरियाणा के करनाल जिले की इंद्री विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। पूर्व विधायक कर्णदेव कांबोज और युवा नेता सुरेंद्र उड़ाना ने पार्टी के खिलाफ बागी तेवर अपना लिया है, जिससे पार्टी की स्थिति कमजोर होती दिख रही है।
कांबोज ने इस्तीफा दे दिया है और पार्टी को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है, जिसमें उन्होंने आगामी चुनावों में टिकट की मांग की है। अगर पार्टी उनकी मांग नहीं मानती है, तो वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे, जिससे भाजपा की स्थिति और खराब हो सकती है।
उड़ाना ने भी पार्टी से किनारा कर लिया है और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो)-बहुजन समाज पार्टी (बसपा) गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया है। वे जल्द ही गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर अपनी दावेदारी कर सकते हैं।
इन दोनों नेताओं के बागी तेवरों के बाद इंद्री विधानसभा में भाजपा की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। दोनों ही ओबीसी समाज के बड़े चेहरे हैं, इसलिए उनके बागी तेवरों का असर पार्टी की स्थिति पर पड़ेगा।
भाजपा के लिए अब यह एक बड़ी चुनौती होगी कि वे अपने बागी नेताओं को मनाकर इंद्री सीट पर अपनी स्थिति को मजबूत बना पाएंगे या नहीं।