हरियाणा में सैनी सरकार गिराने से पहले ही कांग्रेस में बगावती शुर शुरू, इन विधायकों अपनाया कड़ा रूख
हरियाणा में कांग्रेस ने उप सरकार को गिराने की तैयारी तेज कर दी है। इसके चलते विपक्षी दल कांग्रेस ने भाजपा सरकार को अल्पमत में बताते हुए राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। गुरुवार को पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से मुलाकात करेगा।
कांग्रेस सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने और विधानसभा चुनाव कराने की मांग करेगी। दरअसल, तीन निर्दलीय विधायकों सोमबीर सिंह सांगवान (चरखी दादरी), धर्मपाल सिंह गोंदर (नीलोखेड़ी) और रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) द्वारा सरकार से समर्थन वापस लेने के कारण उप सरकार तकनीकी रूप से अल्पमत में आ गई है।
90 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल कुल 87 विधायक हैं। रानिया से विधायक रहे बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह इस्तीफा दे चुके हैं। बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो चुका है। वहीं, मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी ने अंबाला लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने भी उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। ऐसे में विधानसभा की तीन सीटें खाली हैं। विधानसभा की मौजूदा स्थिति के अनुसार उप सरकार को बहुमत के लिए 44 विधायकों की जरूरत है। भाजपा के पास अपने 41 विधायक हैं। सरकार को सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा और पृथला से निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत का समर्थन मिला हुआ है।
ऐसे में सरकार के पास कुल 43 विधायक हैं। यानी बहुमत के लिए एक और विधायक की जरूरत है। जेजेपी के दो विधायक नरवाना से रामनिवास सुरजाखेड़ा और बरवाला से जोगीराम सिहाग खुलकर भाजपा के साथ हैं। अब तोशाम से कांग्रेस विधायक किरण चौधरी भी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई हैं। इस बीच असंध से विधायक शमशेर सिंह गोगी ने भी हुड्डा के खिलाफ बगावती तेवर दिखाए हैं। शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि राज्यपाल से मुलाकात के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।