जीवन प्रमाण पत्र: पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल सेवा
जीवन प्रमाण पत्र एक डिजिटल सेवा है जो पेंशन ले रहे बुजुर्गों के बड़े काम की है। यह पेंशनभोगियों की मदद के लिए बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल करती है। यह सेवा पेंशनभोगियों को अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन, कभी भी और कहीं से भी जमा करने की अनुमति देती है।
कैसे काम करता है जीवन प्रमाण पत्र?
नवंबर 2021 से, पेंशनभोगी एंड्रॉयड स्मार्टफोन का उपयोग करके फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं। इसके बनने के बाद आपको सेवा केंद्रों या फिर बैंको के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। आप अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए इसके ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर फिंगर प्रिंट रिडर का इस्तेमाल कर इसे प्राप्त कर सकते हैं।
जीवन प्रमाण पत्र के फायदे
- पेंशनभोगियों को अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करने की अनुमति देता है।
- सेवा केंद्रों या बैंको के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है।
- पेंशनभोगियों को अपनी पेंशन का लाभ उठाने में मदद करता है।
जीवन प्रमाण पत्र कैसे बनाएं?
जीवन प्रमाण पत्र बनाने के लिए आधार नंबर या VID का होना जरूरी है। आप अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए इसके ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर फिंगर प्रिंट रिडर का इस्तेमाल कर इसे प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, इसे जीवन प्रमाण मोबाइल से भी डाउनलोड किया जा सकता है।
भारत सरकार की पहल
भारत सरकार ने जीवन प्रमाण पत्र को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। 2022 और 2023 में दो विशेष अभियान शुरू किए गए हैं ताकि पेंशनभोगियों को इस सेवा का लाभ उठाने में मदद मिल सके।
जीवन प्रमाण पत्र पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल सेवा है। यह सेवा पेंशनभोगियों को अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करने की अनुमति देती है और उन्हें अपनी पेंशन का लाभ उठाने में मदद करती है।