Modi government: केंद्र सरकार आज संसद में श्वेत पत्र ला सकती है, श्वेत पत्र यूपीए शासन के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन पर होगा

 
Modi government:  केंद्र सरकार आज संसद में श्वेत पत्र ला रही है. यह श्वेत पत्र यूपीए सरकार की आर्थिक विफलताओं पर होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस श्वेत पत्र को संसद में पेश करेंगी. इसमें 2014 से पहले यूपीए सरकार और उसके बाद एनडीए सरकार की नीतियों का अध्ययन पेश किया जाएगा. इस पत्र के जरिए मोदी सरकार यह दिखाना चाहती है कि यूपीए सरकार ने देश में अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन किया, जिसके कारण न सिर्फ महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी, बल्कि रुपये की हालत भी खराब हो गई. Also Read: Aaj ka Panchang 07 February 2024: आज है प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त पूजा विधि
Modi government:  श्वेत पत्र पर संसद में हंगामा होगा
यूपीए सरकार के दस साल का लेखा-जोखा पेश करने वाले इस दस्तावेज को लेकर कांग्रेस पहले से ही केंद्र सरकार से नाराज है। लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि सरकार को यूपीए शासनकाल का लेखा-जोखा पेश करने के साथ-साथ मेहुल चोकसी और नीरव मोदी पर श्वेत पत्र भी लाना चाहिए. आज विपक्ष इस श्वेत पत्र पर संसद में हंगामा भी कर सकता है. आपको बता दें कि संसद का बजट सत्र एक दिन के लिए बढ़ा दिया गया है. लोकसभा चुनाव से पहले सरकार कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार को बेनकाब करने के लिए ये कदम उठा रही है. मोदी सरकार संसद में श्वेत पत्र पेश करेगी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस श्वेत पत्र को सदन में पेश करेंगी. Also Read: Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2.0: एलपीजी सिलेंडर पर 450 रुपये की सब्सिडी मिलेगी
Modi government:  यूपीए सरकार के 10 वर्षों के आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेत पत्र
इस श्वेत पत्र में यूपीए सरकार के 10 साल के आर्थिक हालात का जिक्र होगा और निर्मला सीतारमण बताएंगी कि कैसे यूपीए ने देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया. निर्मला सीतारमण आज श्वेत पत्र में क्या आंकड़े लाने वाली हैं और कैसे पिछली कांग्रेस सरकार पर हमला बोलने वाली हैं, इसका ट्रेलर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में अपने भाषण के दौरान दे दिया है. श्वेत पत्र के जरिए मोदी सरकार यह बताने की कोशिश करेगी कि 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार ने अर्थव्यवस्था के लिए क्या किया और उसके बाद के दस सालों में क्या हुआ।

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