Expressway: अहमदाबाद-वडोदरा Expressway के कारण जमीनों के रेट सातवें आसमान पर, जानें पूरी जानकारी
Ahmedabad-Vadodara Expressway : अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे: जानें इसके बारे में विस्तार से
अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे, जिसे महात्मा गांधी एक्सप्रेसवे या नेशनल Expressway 1 के नाम से भी जाना जाता है, गुजरात के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रा के समय को कम करता है, बल्कि व्यापार और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देता है।
Expressway की विशेषताएं
लंबाई और यात्रा समय
यह एक्सप्रेसवे 93 किलोमीटर लंबा है और अहमदाबाद से वडोदरा की यात्रा के समय को 2.5 घंटे से घटाकर 1 घंटा कर देता है।
स्पीड लिमिट
इस एक्सप्रेसवे पर चार पहियों वाले वाहनों के लिए स्पीड लिमिट 100 किमी प्रति घंटा है, जबकि बाइक चलाने की अनुमति नहीं है।
टोल टैक्स
अहमदाबाद-वडोदरा तक का टोल टैक्स 125 रुपये और नडियाद से वडोदरा तक का टोल टैक्स 75 रुपये है।
निर्माण लागत
इस Expressway का निर्माण 475 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
कनेक्टिविटी
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट से जुड़ेगा, जो गुजरात से होकर गुजरेगी।
आर्थिक प्रभाव
रोजगार के अवसर
इस Expressway ने गुजरात के दो प्रमुख इंडस्ट्रियल हब्स के बीच ट्रेड और गुड्स की आवाजाही की सुविधा प्रदान करता है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं।
जमीन के रेट में वृद्धि
अहमदाबाद में गोटा, शेला और चंदखेड़ा में लगभग 30-40 प्रतिशत मूल्य वृद्धि हुई है, जबकि वडोदरा में चन्नी, अजवा रोड और कलाली में भी लगभग 30-40 प्रतिशत मूल्य वृद्धि हुई है।
निष्कर्ष
Ahmedabad-Vadodara Expressway गुजरात के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके निर्माण से न केवल यात्रा के समय में कमी आई है, बल्कि व्यापार और रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।