Chanakya Niti: मूर्ख व्यक्ति को ज्ञान देने से बचें, दुष्ट स्त्री का पालन-पोषण कभी न करें, हमेशा याद रखें आचार्य चाणक्य की ये सीख
Jan 16, 2024, 14:37 IST
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति ग्रंथ में कई जगह इस बात का जिक्र किया है कि मूर्ख मित्र की तुलना में गुणी शत्रु का होना अधिक फायदेमंद होता है, क्योंकि विपरीत परिस्थितियों में भी वह हमेशा कुछ न कुछ सिखाता है। किसी भी व्यक्ति को अपने करीबी रिश्तेदारों, दोस्तों और परिवार में क्या गुण होने चाहिए, इसके बारे में आचार्य चाणक्य ने विस्तार से बताया है। Also Read: Pashu Kisan Credit Card: छोटे किसान इस तरीके से बनवाएं पशुधन क्रेडिट कार्ड, थोड़े से ब्याज पर पाएं लाखों रुपये का लोन
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक में कहा है कि मूर्ख शिष्य को सलाह देने, दुष्ट व्यभिचारी स्त्री को पालने, धन बर्बाद करने वाले या दुखी व्यक्ति के साथ व्यवहार करने से बुद्धिमान व्यक्ति को भी कष्ट उठाना पड़ता है। ये सभी ज्ञानी व्यक्ति के लिए भी दुख का कारण बन जाते हैं। इसलिए इन सभी लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखने की सलाह दी जाती है। Also Read: Chanakya Niti: महिलाओं की होती हैं पुरुषों से ज्यादा ये इच्छाएं, लेकिन किसी को बताती नहीं Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मूर्ख व्यक्ति को ज्ञान देने से कोई लाभ नहीं होता है। जिस प्रकार मूर्ख बंदर को घर बनाने की सलाह देने के बाद बया को अपना घोंसला खोना पड़ा। इसी प्रकार दुष्ट और कुलटा स्त्री का पालन-पोषण करने से सज्जन और बुद्धिमान लोग दुःख भोगते हैं। Also Read: Identification mustard: सरसों में माहू कीट का नियंत्रण कैसे करें, फलियां बनेंगी पावर फूल
Chanakya Niti: मूर्ख शिष्य चा भरने वाली दुष्ट स्त्री का उपदेश देता है दुःखितायः सम्प्रयोगेन पण्डितोऽप्यवसिदति
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक में कहा है कि मूर्ख शिष्य को सलाह देने, दुष्ट व्यभिचारी स्त्री को पालने, धन बर्बाद करने वाले या दुखी व्यक्ति के साथ व्यवहार करने से बुद्धिमान व्यक्ति को भी कष्ट उठाना पड़ता है। ये सभी ज्ञानी व्यक्ति के लिए भी दुख का कारण बन जाते हैं। इसलिए इन सभी लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखने की सलाह दी जाती है। Also Read: Chanakya Niti: महिलाओं की होती हैं पुरुषों से ज्यादा ये इच्छाएं, लेकिन किसी को बताती नहीं Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मूर्ख व्यक्ति को ज्ञान देने से कोई लाभ नहीं होता है। जिस प्रकार मूर्ख बंदर को घर बनाने की सलाह देने के बाद बया को अपना घोंसला खोना पड़ा। इसी प्रकार दुष्ट और कुलटा स्त्री का पालन-पोषण करने से सज्जन और बुद्धिमान लोग दुःख भोगते हैं। Also Read: Identification mustard: सरसों में माहू कीट का नियंत्रण कैसे करें, फलियां बनेंगी पावर फूल 

