आचार्य चाणक्य कहते हैं कि अच्छा आचरण व्यक्ति का वह गुण है
बल्कि समाज में उसे खूब मान-सम्मान भी मिलता है।
वह अपनी वाणी और कर्म से अपनी इंद्रियों पर नियंत्रण रखता है।
गुणवान व्यक्ति का हर कोई सम्मान करता है।
और न ही वह लंबी आयु जीता है।
का शिकार हो जाता है
वहीं दूसरी ओर लोग दुष्ट लोगों से बचना चाहते हैं।.