Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति...

 
Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति...
Raj Niti: भारतीय जनता पार्टी ने तीन दिन में तीन राज्यों में ऐसे फैसले लिए, जिससे हर कोई हैरान रह गया. छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी ने रमन सिंह, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान जैसे चेहरों को दरकिनार कर नए चेहरों को सत्ता सौंपी. इसके अलावा तीनों राज्यों में दो-दो डिप्टी सीएम बनाए गए हैं. Raj Niti:बीजेपी ने इन तीनों राज्यों में स्पीकर का भी ऐलान कर दिया है. इस तरह बीजेपी ने तीन राज्यों में 12 नए चेहरों की घोषणा की है. आइए समझते हैं बीजेपी के सियासी आश्चर्य के पीछे की रणनीति... Also Read: Crime: हिस्ट्रीशीटर निकला पुलिसकर्मी…19 साल से कर रहा था होम गार्ड की नौकरी, अब सामने आया सच…. Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति... cm
Raj Niti: सबसे पहले बात करते हैं छत्तीसगढ़ की
Raj Niti:  1- बीजेपी ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ में सीएम की घोषणा की. छत्तीसगढ़ की बागडोर विष्णुदेव साय को सौंपी गई है. विष्णुदेव साय आदिवासी नेता हैं. 1980 के दशक से राजनीति में सक्रिय, वह लगातार चार बार यानी 1999, 2004, 2009 और 2014 तक सांसद रहे। राज्य में 34 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय की है। Raj Niti: इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आदिवासी बहुल इलाकों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और लोकसभा चुनाव में पार्टी के सामने अपना आदिवासी गढ़ बरकरार रखने की चुनौती है. कहीं न कहीं आदिवासी चेहरे को सीएम बनाने का फायदा बीजेपी को लोकसभा चुनाव में सिर्फ छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि एमपी, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना में भी मिलेगा. Also Read: Mandi Bhav 12 December 2023: जानिए आज चना, सरसों, नरमा, ग्वार, धान, तिल और अन्य फसलों के भाव Raj Niti:  2- इसके अलावा विजय शर्मा और अरुण साव को डिप्टी सीएम बनाया गया. वहीं, रमन सिंह स्पीकर होंगे. विजय शर्मा सामान्य और अरुण साव ओबीसी हैं. अरुण साहू समाज से आते हैं. छत्तीसगढ़ में साहू समाज की अच्छी खासी आबादी है. लोकसभा चुनाव बेहद करीब हैं, इसलिए पार्टी ने वन प्लस टू (एक सीएम, दो डिप्टी सीएम) के फॉर्मूले से आदिवासी, ओबीसी और सामान्य तीनों को साधने की कोशिश की है. Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति... cm
 Raj Niti:  विष्णु साय, विजय शर्मा, अरुण साव और रमन सिंह
Raj Niti:  3- छत्तीसगढ़ में पिछड़ा वर्ग की जनगणना के लिए गठित क्वांटिफिएबल डेटा कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक, ओबीसी की आबादी 41 फीसदी है. पीएम मोदी चेहरा तो हैं ही, अब एक ओबीसी और एक सामान्य डिप्टी सीएम के फॉर्मूले को भी बीजेपी के मिशन 2024 के लिए करीब 80 फीसदी वोट हासिल करने की नजर से देखा जा रहा है.
 Raj Niti:  मध्य प्रदेश में ओबीसी सीएम, एससी-ब्राह्मण डिप्टी सीएम
Raj Niti:  4- मध्य प्रदेश में बीजेपी ने मोहन यादव पर दांव खेला है. मोहन यादव ओबीसी से आते हैं. एमपी में ओबीसी आबादी करीब 48 फीसदी है. मध्य प्रदेश में 2003 से ओबीसी सीएम है. बीजेपी के तीनों मुख्यमंत्री उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज चौहान अन्य पिछड़ा वर्ग से रहे हैं. Raj Niti: बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मोहन यादव को सबसे उपयुक्त उम्मीदवार मान रही है. बीजेपी को एहसास है कि बिहार में जातीय जनगणना रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद लोकसभा चुनाव में यह बड़ा मुद्दा होगा. ऐसे में बीजेपी ने ओबीसी को काटने के लिए मोहन यादव को सत्ता की कमान सौंपी है. Also Read: Rajasthan Cm Bhajan Lal: भजनलाल शर्मा को CM बनाए जाने पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट का बड़ा बयान, कहीं ये बातें Raj Niti:  5- भले ही एमपी में यादव समाज की आबादी सिर्फ 3% है. लेकिन निकटवर्ती उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में यादवों की अच्छी खासी आबादी है। इन दोनों राज्यों में बीजेपी की मुख्य विपक्षी पार्टियां सपा और राजद हैं. बीजेपी इन दोनों पार्टियों पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाती रही है. दोनों राज्यों में बीजेपी नेता अक्सर यह मुद्दा उठाते रहे हैं Raj Niti: कि क्या लालू यादव और मुलायम सिंह की पार्टी अपने परिवार के बाहर से किसी अन्य यादव को सीएम बनाएगी. ऐसे में बीजेपी यादव समुदाय को यह संदेश देना चाहती है कि वह किसी भी यादव कार्यकर्ता को इतना महत्वपूर्ण पद दे सकती है. जबकि राजद और सपा में इन पदों पर परिवार के लोग ही काबिज हैं. Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति... cm
 Raj Niti: मोहन यादव, जगदीश देवड़ा, राजेंद्र शुक्ला और नरेंद्र तोमर
Raj Niti: 6- एमपी में बीजेपी ने सिर्फ ओबीसी वर्ग को ही तवज्जो नहीं दी. यहां दो डिप्टी सीएम और विधानसभा अध्यक्ष के साथ अन्य वर्गों को भी लुभाने की कोशिश की गई है. जहां राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को डिप्टी बनाकर ब्राह्मण और एससी वर्ग को लुभाने की कोशिश की गई है, वहीं नरेंद्र तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाकर राजपूतों को लुभाने की कोशिश की गई है. Raj Niti: 3 दिन, 3 राज्य और 12 New चेहरे... 10 प्वाइंट में समझें बीजेपी के सियासी सरप्राइज के पीछे की रणनीति... rj cm
 Raj Niti:  राजस्थान में भजनलाल सीएम, दो डिप्टी सीएम भी बने
Raj Niti:  7- राजस्थान में बीजेपी ने भजनलाल को सीएम बनाया है. राजस्थान में बीजेपी ने 33 साल बाद फिर से किसी ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया है. इससे पहले 1990 में हरिदेव जोशी आखिरी ब्राह्मण सीएम थे. राजस्थान उत्तर भारत का पहला राज्य है जहां कोई ब्राह्मण मुख्यमंत्री होगा. यूपी, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश में ब्राह्मण चेहरे डिप्टी सीएम तो बने लेकिन सीएम नहीं. Also Read: Weather News: दिल्ली में पड़ेगी कड़ाके की ठंड, इन राज्यों में बारिश की चेतावनी के साथ पढ़ें मौसम का ताजा अपडेट Raj Niti:  8- लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने राजस्थान में ब्राह्मण चेहरा चुनकर पूरे देश के ब्राह्मण समुदाय को यह संदेश देने की कोशिश की है कि वह उनकी हितैषी पार्टी है. वोटों की बात करें तो अकेले राजस्थान में 8 फीसदी ब्राह्मण वोट हैं, यूपी में 10 से 12 फीसदी ब्राह्मण वोट बताए जाते हैं, हिमाचल प्रदेश में 18 फीसदी, मध्य प्रदेश में 6 फीसदी, बिहार में चार फीसदी ब्राह्मण वोट हैं.
 Raj Niti:  भजन लाल, दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा और वासुदेव देवनानी
Raj Niti:  9- राजस्थान में बीजेपी ने दो डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम बनाया है. दीया कुमारी के जरिए पार्टी ने राजपूत समुदाय के उत्थान के लिए काम किया है. वहीं, प्रेमचंद बैरवा के जरिए बीजेपी की नजर एससी वोटरों पर है. एससी समुदाय को कोर माना जाता हैजयपुर की दूदू सीट से बीजेपी विधायक बैरवा के जरिए बीजेपी ने दलित समुदाय को लुभाने की कोशिश की है. इसके अलावा वासुदेव देवनानी को स्पीकर बनाया गया है. Also Read: Rajasthan CM: राजस्थान में सरकार की तस्वीर साफ, भजनलाल बने सीएम, 2 डिप्टी सीएम की कमान दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के हाथ में Raj Niti:  10- बीजेपी ने तीनों राज्यों में 60 साल से कम उम्र के नेताओं को कमान सौंपी है. वहीं सीएम की रेस में रमन सिंह (71 साल), वसुंधरा राजे (71 साल) और शिवराज सिंह चौहान (64 साल) जैसे दिग्गज थे. यानी इन तीनों नेताओं की उम्र 65 साल या उससे ज्यादा थी. ऐसे में बीजेपी ने न सिर्फ लोकसभा चुनाव बल्कि इन राज्यों में अगले विधानसभा चुनाव को भी ध्यान में रखते हुए अगली पीढ़ी के नेताओं को मौका दिया है और कमान सौंपी है.

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