Big Breaking पुंछ में सेना का वाहन खाई में गिरा: 5 जवान शहीद, 3 लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
लाइन ऑफ कंट्रोल की ओर जा रहे थे जवान
हादसा उस समय हुआ जब 18 जवानों को लेकर सेना का वाहन लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) की ओर जा रहा था. बलनोई इलाके में घोड़ा पोस्ट के पास वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा. हादसे का शिकार हुए सभी जवान 11 मराठा रेजिमेंट के बताए जा रहे हैं.
तुरंत शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन
हादसे की सूचना मिलते ही सेना, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं और rescue operation शुरू किया गया. घायल जवानों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. लापता जवानों की तलाश के लिए सेना और SDRF की टीमें रात भर ऑपरेशन में जुटी रहीं.
पहाड़ी इलाकों में बढ़ रहे हादसे
यह पहली बार नहीं है जब जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में सेना का वाहन हादसे का शिकार हुआ है. पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें कई जवानों की जान चली गई है. नवंबर में ही दो अलग-अलग घटनाओं में 5 जवान शहीद हो गए थे. 4 नवंबर को राजौरी में सड़क हादसे में दो जवानों की मौत हो गई थी, जबकि 2 नवंबर को रियासी जिले में कार के खाई में गिरने से तीन जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी.
सुरक्षा उपायों पर सवाल
लगातार हो रहे इन हादसों ने सैन्य वाहनों की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पहाड़ी इलाकों में सड़कें तंग और खतरनाक होती हैं, इसलिए वाहनों की नियमित जांच और ड्राइवरों को विशेष प्रशिक्षण देना जरूरी है. साथ ही, सड़कों की स्थिति में भी सुधार की आवश्यकता है.
श्रद्धांजलि और संवेदना
इस दुखद हादसे में शहीद हुए जवानों को देश श्रद्धांजलि अर्पित करता है. सरकार और सेना ने शहीदों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है.
सड़क सुरक्षा के उपाय
पहाड़ी इलाकों में सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं:
- सड़कों की स्थिति में सुधार और नियमित रखरखाव
- वाहनों की नियमित जांच और मरम्मत
- ड्राइवरों को पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग का विशेष प्रशिक्षण
- गति सीमा का पालन और सुरक्षा नियमों का सख्ती से अनुपालन
- Emergency response टीमों की तैनाती और उन्हें आधुनिक साधन उपलब्ध कराना
इन उपायों को लागू करके पहाड़ी इलाकों में होने वाले सड़क हादसों को काफी हद तक कम किया जा सकता है.