भाजपा में आपसी लड़ाई के चलते सीएम का कार्यक्रम हाईजैक, महंत की एंट्री रोकी, कुलदीप बिश्नोई नहीं आए, देखें पूरी खबर

 
भाजपा में आपसी लड़ाई के चलते सीएम का कार्यक्रम हाईजैक, महंत की एंट्री रोकी, कुलदीप बिश्नोई नहीं आए, देखें पूरी खबर
 हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने में 2 महीने बचे हैं। जनता के मुद्दों पर लड़ने की बजाय सत्ताधारी भाजपा सरकार आपस में ही लड़ती नजर आ रही है। दो दिन पहले हिसार में आयोजित दक्ष प्रजापति सम्मेलन में प्रजापति समाज से चुने गए महंत दर्शन गिरी को प्रवेश नहीं दिया गया। भाजपा जिला सचिव महंत दर्शन गिरी बीसी रिजर्व से जिला पार्षद हैं। दर्शनगिरी ने अपने ही समाज के नेता डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा पर सरकारी कार्यक्रम को हाईजैक करने और उनका अपमान करने का आरोप लगाया है। दर्शनगिरी ने कहा कि वे वार्ड 19 से चुने गए हैं लेकिन वार्ड 20 के पार्षद को मंच पर जगह दी गई लेकिन उन्हें न तो आमंत्रित किया गया और न ही कार्यक्रम में प्रवेश करने दिया गया। दर्शनगिरी ने इसकी शिकायत जिला अध्यक्ष आशा खेदड़, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया और जिला प्रभारी जवाहर सैनी से की है। इसके अलावा भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई और भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई भी हिसार में होने के बावजूद कार्यक्रम में नहीं आए। रणधीर पनिहार को फोटो फ्रेम से बाहर रखा गया

भाजपा कार्यक्रम में दरार इतनी ज्यादा थी कि मंच पर मौजूद कुलदीप समर्थक रणधीर पनिहार को फोटो फ्रेम से बाहर रखा गया। उन्हें स्वागत माला में जगह नहीं दी गई। भाजपा नेताओं में चर्चा रही कि डिप्टी स्पीकर ने सरकारी कार्यक्रम को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया। कई अन्य नेताओं को मंच पर सीएम तक पहुंचने नहीं दिया गया।

बता दें कि नलवा विधानसभा में रणधीर पनिहार और रणबीर गंगवा एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। रणधीर पनिहार ने 2019 का चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था। रणधीर पनिहार ने रणबीर गंगवा को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन हार गए थे। अब कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में शामिल होने से रणधीर पनिहार नलवा से मुख्य दावेदारों में से एक हैं। इसके चलते डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा अपनी सीट को लेकर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। महंत दर्शनगिरी ने शिकायत में यह लिखा

"गुरु दक्ष प्रजापति जयंती का कार्यक्रम समाज का था और सरकार ने पैसा खर्च किया था, लेकिन एक आदमी ने इसे हाईजैक कर लिया। दरअसल, हम हिसार जिले में 3 जिला पार्षद हैं। 2 पार्षद भाई दूसरी पार्टियों की विचारधारा से जुड़े हैं और मैं दर्शनगिरी महाराज भाजपा की विचारधारा से जुड़ा हूं।

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मंच से दूसरे समाज के पार्षदों के नाम लिए जा रहे थे, लेकिन डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने मुझे वीआईपी गेट पर रोक दिया और पूछा कि आपको किसने बुलाया है। जब आपका नाम लिस्ट में नहीं है तो आप गेट पर क्यों खड़े हैं। इस पर मेरी उनसे काफी देर तक बहस हुई। आधे घंटे तक बहस करने के बाद मैं अंदर गया।

यह अपमान मेरा नहीं, बल्कि 11 गांवों के लोगों का है। रणबीर गंगवा, समय आने पर मैं ईश्वर मालवाल से इस अपमान का बदला ब्याज सहित आगामी विधानसभा चुनाव में लूंगा, यह बात मैंने उनसे (रणबीर गंगवा) कह दी है।"

कौन हैं महंत दर्शनगिरी?

महंत दर्शनगिरी वार्ड 19 से जिला पार्षद हैं और भाजपा से जुड़े हैं। वे हिसार से पिछड़ा वर्ग (बीसी) के लिए आरक्षित सीट से जीते हैं। वे बरवाला विधानसभा क्षेत्र के गांव ढाणीगरां की गोशाला में रहते हैं और वहीं जन्मे हैं। दर्शनगिरी का जिला परिषद ग्रांट को लेकर पहले भी जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग से विवाद हो चुका है। वे भाजपा चेयरमैन के खिलाफ दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए थे।

दर्शनगिरी एक सम्मानित व्यक्ति हैं: रणबीर गंगवा

अपने ऊपर लगे आरोपों पर रणबीर गंगवा ने कहा कि दर्शनगिरी एक सम्मानित व्यक्ति हैं। वे पार्षद भी हैं और भगवाधारी साधु भी हैं। उनका नाम पहली सूची में नहीं था। जब वे आए तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद उन्हें प्रवेश दिया गया। दर्शनगिरी को मंच पर बैठाया गया। गंगवा ने कहा कि मैं दर्शनगिरी का सम्मान करता हूं।

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