Haryana:शराब ने दिया जख्म; मंडेबरी और सारन गांव में किसी घर को लड़ियों से नहीं सजाया गया,गांव में नहीं मनेगी दिवाली,

 
Haryana:शराब ने दिया जख्म; मंडेबरी और सारन गांव में किसी घर को लड़ियों से नहीं सजाया गया,गांव में नहीं मनेगी दिवाली,
Haryana: मंडेबरी और सारन गांव में जहरीली शराब से मौत के बाद दिवाली पर्व पर दोनों गांवों में किसी घर को लड़ियों से नहीं सजाया गया है। रस्म के तौर पर केवल घर के अंदर चिराग जलाए जाएंगे।   जहरीली शराब ने ऐसा जख्म दिया है कि चार गांवाें में मातम पसर गया। लोग इसे ताउम्र याद रखेंगे। हालात ऐसे हो गए हैं कि मंडेबरी और सारन में इस बार दिवाली नहीं मनेगी। छोटी दिवाली पर जहां पर घरों व प्रतिष्ठान रंग बिरंगी लड़ियों से जगमग दिखे, वहीं मंडेबरी व सारन गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है। त्योहार के दिन भी लोग डरे व सहमे हुए हैं। Also Read:Rohtak News: आज और कल बंद रहेगा रोहतक पीजीआई, आपातकालीन सेवाएं रहेंगी बहाल दिवाली पर्व पर रस्म के तौर पर लोग केवल अपने घरों में चिराग जलाएंगे। गांवों में न तो आतिशबाजी होगी और न ही किसी के घर मिठाई बंटेगी। गांवों के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब दिवाली पर गांवों में ऐसा माहौल होगा। लोगों ने एक दूसरे के दुख को बांटते हुए लोगों ने यह निर्णय लिया है। जहरीली शराब पीने से मंडेबरी में 7 व सारन में 5 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं कुछ का उपचार अस्पताल में चल रहा है।
Also Read:कृषि में इन मशीनरी का बढ़ रहा रुतबा, हाई हॉर्स पावर ट्रैक्टरों की बढ़ी मांग सारन गांव की आबादी करीब 4000 है। यहां जहरीली शराब पीकर लोग मरने तो दो दिन से लगे हैं, लेकिन मौत का सिलसिला दो माह से चल रहा है। सारन गांव के चौकीदार बृजपाल ने बताया कि दो माह में गांव में करीब 15 मौत हो चुकी हैं। काफी लोगों की मौत बुखार से और अब दो दिन से जहरीली शराब से लोग मर रहे हैं। मंडेबरी के मनोज, सुरेंद्र, अनिल का कहना है कि त्योहार मनाने के बारे में तो किसी का ध्यान ही नहीं है।   पांच गांवों के बाद अब छठे मंसूरपुर गांव में जहरीली शराब का असर दिखने लगा है। मंसूरपुर के राजेश कुमार को शनिवार को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। राजेश कुमार ने बताया कि वह दो दिन पहले फूंसगढ़ गांव के सामने स्थित महरमपुर गांव में आयोजित शादी समारोह में गया था। उसने शादी में महरमपुर ठेके से खरीद कर शराब पी थी। शनिवार को उसके पेट में दर्द होने लगा और सांस फूलने लगी। इसके बाद उसे उल्टी लगी। परिजन उसे तुरंत अस्पताल में लेकर आए।
बिलासपुर के मंगलौर गांव में मरे रिशिपाल के शव का पोस्टमार्टम करवा पुलिस ने शनिवार को परिजनों के हवाले कर दिया। उनका शव लेने पहुंचे बेटे व रिश्तेदारों ने बताया कि रिशिपाल ट्रैक्टर-ट्राली में रेत, बजरी सप्लाई करता था। नौ नवंबर को वह रेत लेकर बराड़ा के राजौली गांव में गया था। वहां से लौटते समय उसने टंगैल गांव से शराब खरीदी थी। शराब पीने के अगले दिन भी उसका नशा कम नहीं हुआ था। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई और शुक्रवार को मौत हो गई। पंजेटो का माजरा गांव के 32 वर्षीय अरूण उर्फ अनु की शुक्रवार देर रात मौत हो गई। शनिवार को उसके शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया गया। मृतक के भाई रवि व परिजनों के अनुसार हालत खराब होने पर अरूण ने उन्हें बताया था कि उसने सुढल गांव के ठेके से शराब खरीद कर पी थी। इस बारे में परिजनों ने पुलिस को भी बयान दिए। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस ठेके से भी शराब के सैंपल लेकर जांच करानी चाहिए ताकि किसी और की मौत न हो। वहीं सारन गांव के 40 वर्षीय पृथ्वीराज की शराब पीने के बाद से उसकी तबीयत खराब है और इस समय जिला नागरिक अस्पताल अंबाला कैंट में भर्ती है। जिले में जहरीली शराब पीने से लगातार हो रही मौत को लेकर शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने शनिवार को एसपी गंगा राम पूनिया से बात कर मामले की जानकारी ली। मंत्री ने इस मामले में पुलिस द्वारा उठाए जा रहे कदम और कार्रवाई के बारे में विस्तृत से बात की। उन्होंने एसपी से कहा कि इस मामले में कोई भी आरोपी बचना नहीं चाहिए। जिसका भी नाम सामने आए उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही कंवरपाल गुर्जर ने जिला प्रशासन से भी कहा है कि जो लोग अस्पतालों में उपचाराधीन हैं, उनके इलाज में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।    

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