Farming: बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण है ये सब्जी, किसान भी खेती करगें हो रहे है मालामाल

 
Farming: बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण है ये सब्जी, किसान भी खेती करगें हो रहे है मालामाल
Farming: मृदा एवं कृषि विभाग के शोध में एक ऐसी सब्जी खोजने में सफलता मिली है जो न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इस सब्जी की खेती कर किसान बिना किसी झिझक के अमीर बन सकते हैं. सबसे खास बात यह है कि इसकी खेती बहुत आसानी से की जा सकती है. इस सब्जी को सूरन (गजेन्द्र 01 प्रजाति) के नाम से जाना जाता है। इस फसल को उगाने के लिए न तो सिंचाई की जरूरत होती है और न ही किसी खाद या उर्वरक की। इसकी खेती छह माह में पूरी हो जाती है. Also Read: Treatment yellowing leaves wheat: गेहूं की पत्तियों में मुड़कर पीलापन आने की समस्या से अब पाएं छुटकारा, जानें कैसे Farming: विशेषज्ञ प्रोफेसर अशोक कुमार सिंह बताते हैं कि यह गजेंद्र 01 प्रजाति का सूरन है जो खाने में बहुत अच्छा होता है. इसकी खेती कर किसान मालामाल हो सकते हैं. इसकी खेती बिना खाद या उर्वरक के की जाती है. ये 6 महीने की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी. शोध में इस सूरन का वजन बिना खाद या उर्वरक के प्रयोग के लगभग साढ़े चार किलो तक पाया गया है।
Farming: बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण है ये सब्जी, किसान भी खेती करगें हो रहे है मालामाल
Farming: सूरन की इस खास प्रजाति की यही खासियत है.
टी.डी.कॉलेज, बलिया के कृषि एवं मृदा विभाग के अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि हम 18 वर्षों से कृषि तकनीक और शिक्षा पर काम कर रहे हैं. सूरन जिसकी खेती परिसर में अनुसंधान हेतु की गई है। वह गजेन्द्र 01 प्रजाति की है। यह खाने के लिए बहुत अच्छी प्रजाति है. Also Read: Darmik: नेपाल में भगवान राम की ससुराल से 25 लोगों को मिला निमंत्रण, प्राण प्रतिष्ठा के दिन मनाई जाएगी होली-दिवाली Farming: इसे खाने से गले में खुजली की समस्या नहीं होती है। सूरन को बवासीर के रोगियों के लिए रामबाण औषधि भी कहा जाता है। 200 ग्राम के टुकड़ों को लगभग दो-दो फीट की दूरी पर 06 इंच की गहराई पर लगाया जा सकता है.
Farming: किसानों के लिए फायदेमंद
Farming: यह 6 महीने की फसल है. हमने खेती में पाया कि एक सूरन का आकार लगभग साढ़े चार किलो होता है। इसमें किसी भी प्रकार के खाद्य उर्वरक का प्रयोग नहीं किया गया। एक हेक्टेयर से लगभग 300 से 400 क्विंटल सूरन का उत्पादन किया जा सकता है. Also Read: Trending: 18 वर्ष की लड़की ने 60 साल के शख्स को बनाया अपना बॉयफ्रेंड, शेयर की तस्वीरें इसमें बीज की भी ज्यादा जरूरत नहीं होती. एक हेक्टेयर के लिए लगभग 20 से 25 क्विंटल बीज पर्याप्त होते हैं. उनके शोध में पाया गया कि बिना खाद या उर्वरक के उपयोग के इसका उत्पादन बहुत अच्छा और प्राकृतिक था। Farming: बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण है ये सब्जी, किसान भी खेती करगें हो रहे है मालामाल
Farming: इस फसल से किसान मालामाल हो सकते हैं
Farming: यह कहने में कोई गुरेज नहीं होगा कि किसान इसकी खेती कर मालामाल हो सकते हैं. आजकल बाजार में इसकी कीमत लगभग ₹40 प्रति किलो है यानी 1 बीघे में 100 क्विंटल सूरन पैदा किया जा सकता है. जिसकी कीमत कम से कम 4 लाख रुपये होगी.