गेहूं का भाव दोगुना हुआ, अब 5 हजार रुपए मिल रहा है, जानिए मंडियों का हाल
अलग-अलग राज्यों में व्यंजनों का भाव अलग-अलग बना हुआ है। हालाँकि, देश की अधिकांश मंडियों में एमएसपी का भाव चल रहा है। स्थिर वक्ता में केंद्र सरकार की वेबसाइट पर 2275 रुपये की कीमत दी जा रही है। जबकि, दस्तावेजों का औसत भाव 2,275 रुपये प्रति मिलियन के आसपास बना है।
किसानों के लिए खेती करने वाले किसानों के लिए 2023 के कलेक्शन, 2024 में बेहतर लाभ वाला साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यूनेस्को की मंडियों में नए बाजारों की आवक अभी भी रिलीज हुई है और किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिल रहा है। हालाँकि, फ्लोरिडा में पेड़-पौधों की संख्या भी देखने को मिली है। देश की अधिकांश मंडियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी से ऊपर चल रहा है। कुछ मंडियों में दाम 5 हजार रुपए/क्विंटल तक पहुंच गए। जिससे किसान खुशियां दिखाई दे रहे हैं. किसानों को उम्मीद है कि खेत में आगे सुधार होगा और उन्हें अच्छा दाम मिलेगा।
औद्योगिक क्षेत्र में ढलान के आधार पर नहीं,
यदि बाज़ारों की समीक्षा की जाए तो उत्पाद की गहराई में गिरावट अवश्य आती है। लेकिन, इससे किसानों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी. दाम एमएसपी से ऊपर चल रहे हैं और ये आगे भी ऊपर ही रहेंगे। विशेषज्ञों का कहना है, जहां भारत के थोक विक्रेताओं की मांग काफी अच्छी है, वहीं भारत के थोक बाजारों में भी थोक की मांग काफी अच्छी है। जिस कारण से यूनेस्को में ग्रेड का अवलोकन नहीं किया गया, कोई अनुमान नहीं है।
संस्थागत मंडियों में क्या है ताज़ा भाव?
अगर बात की जाए घर के भाव की, तो अलग-अलग राज्यों में भाव अलग-अलग बन गए हैं। हालाँकि, देश की अधिकांश मंडियों में एमएसपी का भाव चल रहा है। स्थिर वक्ता में केंद्र सरकार की वेबसाइट पर 2275 रुपये की कीमत दी जा रही है। जबकि, दस्तावेजों का औसत भाव 2,275 रुपये प्रति मिलियन के आसपास बना है।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एगमार्क पोर्टल के अनुसार, सोमवार (27 मई) को मध्य प्रदेश की पचौर मंडी में फर्मों को सबसे अच्छा दाम मिला। यहां 4490 रुपए/क्विंटल के भाव बिकी। इसी तरह, कर्नाटक की बसवा कल्याण मंडी में 4477 रुपये/क्विंटल, महाराष्ट्र की औराद शाहजानी मंडी में 4401 रुपये/क्विंटल, बड़ी मंडी में 4000 रुपये/क्विंटल और कर्नाटक की बसवा कल्याण मंडी में 3000 रुपये/क्विंटल बिकती है। अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की करें तो वहां भी दाम की बात एमएसपी के बराबर या उससे ऊपर चल रहे हैं