UP में 700 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बदलेगा किसानों की तकदीर, इन जिलों में बढ़ेंगे जमीनों के रेट

UP Government Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार नए साल 2025 में किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के विकास और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के उद्देश्य से एक नया कदम उठाया है। सरकार ने गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे की घोषणा की है, जिसे प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे कहा जा रहा है। इस परियोजना से किसानों और प्रदेश के विकास को नई ऊंचाईयां मिलेंगी।
किसानों को मिलेगा नया अवसर
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे किसानों के लिए वरदान साबित होने वाला है। इस परियोजना के कारण किसानों को न केवल उनकी जमीन का बेहतर मुआवजा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। एक्सप्रेसवे के आस-पास स्टॉपेज और व्यापारिक गतिविधियों के बढ़ने से किसानों को अपनी जमीन का व्यावसायिक उपयोग करने का अवसर मिलेगा।
700 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे 700 किलोमीटर लंबा होगा और प्रदेश के पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा। इस परियोजना से गोरखपुर और शामली के बीच यात्रा का समय आधा हो जाएगा। पहले जहां 16 घंटे लगते थे, अब यह दूरी मात्र 8 घंटे में पूरी की जा सकेगी।
किसानों की आय में होगी बढ़ोतरी
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के किनारे कई व्यावसायिक गतिविधियां शुरू की जाएंगी, जैसे फूड जॉइंट्स, पेट्रोल और सीएनजी पंप, और कार रिपेयर सेंटर। इससे किसानों को अपनी जमीन के उपयोग के लिए अधिक विकल्प मिलेंगे। जानकारों का कहना है कि यह परियोजना किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का अवसर देगी।
प्रदेश के विकास में मील का पत्थर
योगी सरकार का यह कदम न केवल प्रदेश के आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि किसानों की आय में भी सुधार करेगा। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी में एक नया अध्याय लिखेगा और प्रदेश के विकास को एक नई दिशा प्रदान करेगा। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को लेकर किसानों और स्थानीय निवासियों में उत्साह का माहौल है। आने वाले समय में यह परियोजना उत्तर प्रदेश को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।