Mustard field: दिसंबर महीने में किसान सरसों के खेत में करें ये काम, होगा बड़ा फायदा
Dec 8, 2023, 07:15 IST

किसान अब इन किस्मों के बीज लगा सकते हैं
Also Read: Mandi Bhav: गेहूं, सरसों, नरमा, धान व ग्वार समेत अन्य फसलों के आज के ताजा भाव यहां देखें जो किसान अभी तक सरसों की बुआई नहीं कर पाए हैं वे मध्य दिसंबर तक सरसों की बुआई कर सकते हैं. इसके लिए किसान सरसों की किस्मों पूसा सरसों 25, पूसा सरसों 26 और पूसा सरसों 28 की बुआई कर सकते हैं। सरसों की ये किस्में कम समय में तैयार हो जाती हैं और देर से बुआई करने पर भी अच्छी पैदावार देती हैं।
Mustard field: फसलों को पाले से बचाने के लिए ये उपाय करें?
दिसंबर माह में कोहरा और पाला पड़ने की संभावना है। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में तापमान तेजी से गिरता है और पाला पड़ने की संभावना रहती है। सरसों सहित अन्य फसलों के लिए पाला नुकसानदायक है। ऐसे में फसल को पाले से बचाना चाहिए. इसके लिए किसान रासायनिक घोल के रूप में 0.2 प्रतिशत डाइमिथाइल सल्फोऑक्साइड या 0.1 प्रतिशत थायोयूरिया का छिड़काव करके फसल को पाले से बचा सकते हैं। वहीं, पाले के दौरान फसलों की हल्की सिंचाई करने से पाले से फसलों को होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. Also Read: Mycoplasma Pneumoniae: चीन मे जो बीमारी बच्चों की जानें ले रही वह अब पहुंची भारत, जानें लक्षण और बचावसरसों की सिंचाई कब करें?
Mustard field: सरसों की सिंचाई बुआई के 50 से 60 दिन बाद की जाती है। दो सिंचाई की उपलब्धता की स्थिति में इसकी पहली सिंचाई बुआई के 40 से 50 दिन बाद तथा दूसरी सिंचाई 90 से 100 दिन बाद करनी चाहिए। यदि तीन सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है तो आप इसकी पहली सिंचाई 30 से 35 दिन बाद कर सकते हैं. इसकी दूसरी और तीसरी सिंचाई 30 से 35 दिन के अंतराल पर भी की जा सकती है. बुआई के लगभग 2 महीने बाद फलियों में दाना भरते समय सिंचाई करना बहुत लाभदायक होता है। इससे सरसों में अच्छी मात्रा में तेल मिलता है.Mustard field को खरपतवार से मुक्त करने के लिए क्या करें?
