कश्मीर की वादियों में मिलता है दुनिया का सबसे महंगा मशरूम, पीएम मोदी भी हैं इसके दीवाने
इन्हें खास मौकों पर खास मेहमानों के लिए ही बनाया जाता है और ये सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी खूब पसंद किए जाते हैं। यही वजह है कि कश्मीर में मिलने वाला यह मशरूम आज दुनिया के कई बड़े रेस्टोरेंट के मेन्यू में शामिल है।
इन्हें खास मौकों पर खास मेहमानों के लिए ही बनाया जाता है और ये सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी खूब पसंद किए जाते हैं। यही वजह है कि कश्मीर में मिलने वाला यह मशरूम आज दुनिया के कई बड़े रेस्टोरेंट के मेन्यू में शामिल है।
कश्मीर में उगाए जाने वाले गुच्छी मशरूम दुनिया के सबसे महंगे मशरूम में से एक हैं। चाहे वो चैंटरेल्स हो, यूरोपियन व्हाइट ट्रफल हो या यार्त्सा गुंबू, इन मशरूम की कीमत हजारों में होती है, लेकिन दुनिया के पांच सबसे महंगे मशरूम में से एक गुच्छी भारत के दक्षिण और उत्तरी कश्मीर में ही पाई जाती है। खास बात ये है कि इन्हें उगाया नहीं जाता, बल्कि ये अपने आप प्राकृतिक रूप से उगते हैं। अंग्रेजी में इन्हें मोरेल्स कहते हैं, उर्दू में गुच्छी, जो पहाड़ों पर रहने वाले लोगों की मेहनत की कमाई है। ये प्रकृति का एक अनमोल खजाना है
, जिसे पाने के लिए पहाड़ों के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं। कब, कहां और कैसे मिलती है गुच्छी? गुच्छी मशरूम मार्च और अप्रैल के महीने में मिलते हैं। इस दौरान बिजली चमकती है, बादल गरजते हैं और बारिश भी होती है। आपको बता दें, गुच्छी कश्मीर के पुलवामा जिले के एक बेहद खूबसूरत गांव अरिपाल में मिलती है, उसे तोड़कर सुखाया जाता है और फिर बेचा जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि अच्छी क्वालिटी की गुच्छी 40 हजार रुपये प्रति किलो तक बिकती है।
किस-किस व्यंजन में इसका इस्तेमाल होता है?
वैसे तो इनका इस्तेमाल चाइनीज, अरेबिक और इटैलियन जैसे कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है, लेकिन कश्मीरी खाने में इसका सबसे ज्यादा मजा आता है। पुलाव, कोरमा या स्टफिंग में इन्हें बनाने का जो स्वाद है, वो किसी और व्यंजन में नहीं।
पीएम मोदी भी हैं स्वाद के दीवाने
जब गुच्छी के साथ कश्मीर के दूसरे लाजवाब जायके हों, तो पुलाव और भी लजीज हो जाता है। बताया जाता है कि यह पीएम नरेंद्र मोदी की पसंदीदा सब्जियों में शामिल है। एक इंटरव्यू में पीएम मोदी भी इसके स्वाद और खूबियों के बारे में बता चुके हैं।