कैबिनेट मंत्री बनते ही अनिल विज ने अधिकारियों को मीटिंग रूम से निकाला, जानें क्यों?

अंबाला कैंट विधायक अनिल विज मंत्री बनते ही एक्शन में नजर आए। एक मीटिंग में कुछ अफसरों की गैरमौजूदगी से वे इतने नाराज हो गए कि उन्होंने सभी अफसरों को मीटिंग रूम से बाहर जाने को कह दिया। कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अनिल विज अंबाला कैंट पहुंचे और यहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। हालांकि बाद में अफसरों के साथ मीटिंग में अनिल विज अपने पुराने तेवर में नजर आए।
दरअसल, अनिल विज ने अफसरों के साथ मीटिंग बुलाई थी, लेकिन एडीसी और एसडीएम के अलावा कुछ ही अफसर मीटिंग में पहुंचे थे और इस पर विज ने सख्त लहजे में कहा कि बाकी अफसर कहां हैं? विज का यह रूप देखकर अफसर एक-दूसरे का मुंह देखने लगे।
आपको बता दें कि मीटिंग में एडीसी अपराजिता और एसडीएम सतिंदर सिवाच के अलावा कोई और प्रशासनिक अफसर नहीं पहुंचा था। जिससे विज काफी नाराज हो गए।
जानिए अनिल विज द्वारा बुलाई गई मीटिंग में क्या हुआ...
अफसरों को कम देख विज ने पूछा- बाकी विभाग कहां हैं?
जब अनिल विज मीटिंग हॉल में आए तो एडीसी अपराजिता उनके बगल में बैठी थीं। सामने बैठे अधिकारियों की तरफ मुस्कुराते हुए विज ने सबसे पहले उनका हालचाल पूछा। फिर उन्होंने हॉल में बैठे अधिकारियों की तरफ देखा और अपने बगल में बैठे अधिकारियों से पूछा कि बाकी विभाग कहां है? कहीं दिखाई नहीं दे रहा। विज का यह सवाल सुनते ही उनके बगल में बैठी एडीसी भी बगल में बैठी दूसरी अधिकारी से चुपके से बात करने लगीं और वह आगे बैठे दूसरे अधिकारियों की तरफ देखने लगीं। इस दौरान एडीसी ने विज को समझाने की कोशिश की कि यहां सभी लोग हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि यहां एसडीएम, डीसीपी और मैं भी हूं। उन्होंने यह भी कहा- मैंने सचिव के माध्यम से सभी लोगों को संदेश भेज दिया है, सर, कमेटी के अधिकारी भी यहीं हैं।
विज ने कहा- क्या मैं यहां सड़क बनवाना चाहता हूं?
एडीसी का जवाब सुनते ही विज ने कहा- कमेटी का क्या मतलब है, जिले के अधिकारी होने चाहिए। उन्होंने कहा- कमेटी के लोगों से मेरा क्या लेना-देना? मैं यहां सड़क बनवाना चाहता हूं? अरे ये चीजें रॉन्ग हैं...नहीं नहीं। आप जाओ बॉस.. दिस इस रॉन्ग.. नौ नौ वेरी रॉन्ग.. क्या मैं पहली बार मंत्री बना हूं?
विज की ये बातें सुनकर एडीसी ने कहा कि वो इसका ध्यान रखेंगी।
विज ने कहा- अधिकारीगण कृपया कमरे से बाहर जाएं
तभी एक कांस्टेबल अनिल विज के पास आया और उनसे कुछ कहने लगा। जिसके जवाब में विज ने फिर पूछा- बाकी अधिकारी कहां हैं? इतने सारे विभाग हैं, बाकी कहां हैं? पहले से सूचना थी, हमने 2 बजे सूचना दी थी, अभी 6 बज रहे हैं। क्या अधिकारी चार घंटे में नहीं पहुंच सकते? फिर उसने गुस्से में कहा- कैंसिल, आप लोग जाइए बॉस, बाद में देखेंगे। अधिकारीगण कृपया कमरे से बाहर जाएं।
विज के इतना कहते ही एडीसी वहां से उठ गईं। उन्होंने कहा कि हम बाहर हैं। तब विज ने कहा- हां.. हम अपना काम करेंगे।
'किसकी नालायकी है ये पता लगाएंगे'
मीडिया से बातचीत करते हुए अनिल विज ने कहा कि अफसरों से जवाब मांगा जाएगा और पूछा जाएगा कि वे बैठक में क्यों नहीं आए। अगर लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी। विज ने कहा कि वे चाहते हैं कि अफसर मौजूद रहें, ताकि काम पर चर्चा हो सके। विकास का पहिया चलाने के लिए सरकार और प्रशासन को मिलकर काम करना होगा।
इस मामले पर बात करते हुए विज ने कहा कि जब भी कोई कैबिनेट मंत्री पहली बार किसी जिले में आता है तो जिले के अधिकारी हमेशा उससे मिलने आते हैं और हमेशा मीटिंग होती है। अब हम पता लगाएंगे कि किसने गलती की और किसकी अक्षमता है।
'हम जनता की नब्ज जानते हैं'
विज ने कहा, आजादी से लेकर आज तक जितनी भी सरकारें बनी हैं, वे एक-दूसरे के नकारात्मक कामों को उजागर करके बनी हैं और पहली बार काम के आधार पर सरकार बनी है। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया और कहा कि हमें आगे भी काम करना है। इस दौरान विज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम चुनाव के दौरान जनता की नब्ज जानते हैं। उन्होंने कहा कि वह कैसा डॉक्टर है जो जनता की नब्ज नहीं पहचान सकता। उसे अपनी दुकान बंद कर देनी चाहिए।