ASI संजीव हत्याकांडः बड़े बेटे की हत्या के सदमे में मां की मौत, रिमांड के दौरान हुए चौकनें वाले खुलासे

हरियाणा के करनाल के कुटेल गांव में एएसआई संजीव की मौत के एक सप्ताह के अंदर ही उनकी मां कमला देवी की भी मौत हो गई। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। उन्हें अस्पताल भी ले जाया गया था लेकिन उस समय ऐसी कोई समस्या नहीं पाई गई थी।
तीन साल पहले छोटे बेटे की मौत के सदमे में पिता की मौत हो गई और बड़े बेटे की मौत के गम में मां की भी मौत हो गई। अब परिवार में मृतक की पत्नी और बच्चे ही बचे हैं। उनके सिर से बड़ों का साया उठ गया है। परिवार पर दुखों का पहाड़ इस कदर टूटा है कि उन्हें संभलने का मौका भी नहीं दिया गया।
दूसरी ओर रिमांड के दौरान आरोपियों ने बड़े खुलासे किए हैं। जिसमें सामने आया है कि आरोपी जीजा राजेश अपनी पत्नी यानी संजीव की बहन के साथ मारपीट करता था। जब वह इस बात की शिकायत अपने भाई से करती थी तो वह उसे धमकाता था। पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि राजेश इतना गुस्से में था कि उसने कहा था कि काम हो जाना चाहिए। पैसों की चिंता मत करना, मैं 5-7 लाख और दे दूंगा। एसटीएफ प्रभारी दीपेंद्र राणा ने बताया कि हत्या पारिवारिक संपत्ति व घरेलू कलह के चलते बताई जा रही है। राजेश की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि राजेश का किस संपत्ति को लेकर विवाद था।
पहले भाई, फिर पिता और अब मां
तीन वर्ष पूर्व मृतक संजीव के छोटे भाई लाभ सिंह की घरौंडा लिबर्टी के सामने सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी तथा लाभ सिंह की मौत के सदमे में पिता प्रेम सिंह की भी मौत हो गई थी। परिवार पर दुखों का पहाड़ कम होने का नाम नहीं ले रहा था कि 2 जुलाई को संजीव की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक संजीव का एक बेटा योगेश व एक बेटी है, जो 11वीं में पढ़ती है। इन बच्चों के सिर पर न तो पिता, न चाचा, न दादा, न दादी का साया था।
इन बच्चों व परिवार का दर्द वही समझ सकते हैं। ग्रामीण सतबीर ने बताया कि मृतक की मां बेटे की मौत के बाद से सदमे में थी और बीमार थी। जिनकी उम्र करीब 62 वर्ष थी। वह बेटे की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और 9 जुलाई की रात को उनकी भी मौत हो गई।
2 जुलाई की रात सिर में मारी गोली
2 जुलाई की रात करीब 8:30 बजे कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर टहलने गए क्राइम ब्रांच के एएसआई संजीव की बाइक सवार दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। संजीव का कैंप कुटेल-ऊंचा समाना रोड पर है और संजीव वहीं सड़क पर टहल रहे थे। तभी बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी और फरार हो गए। परिजनों के मुताबिक एक गोली उनके सिर में लगी, जो आर-पार हो गई, दूसरी गोली कमर में लगी।
गंभीर रूप से घायल संजीव को करनाल के अमृतधारा में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद घरौंडा डीएसपी मनोज कुमार और करनाल डीएसपी सोनू नरवाल मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने मौके से दो जिंदा कारतूस और एक खोखा भी बरामद किया।
डॉक्टरों के बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
क्राइम ब्रांच अधिकारी की हत्या से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिस हर पल की जानकारी हासिल करने की पूरी कोशिश कर रही है। पोस्टमार्टम में कुछ सुराग पाने के लिए पुलिस ने 3 जुलाई को कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के बोर्ड से एएसआई का पोस्टमार्टम करवाया और 4 जुलाई को मृतक के बेटे ने कनाडा से लौटकर अपने पिता का अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
इसके ठीक दो दिन बाद 4 जुलाई की रात को पुलिस ने संजीव की मौत की गुत्थी सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया। एसटीएफ के एएसआई रणधीर सिंह के अनुसार पुलिस ने संजीव हत्याकांड के तीन आरोपियों मोहित, तुषार और खितेंद्र को यूपी के आजमगढ़ से गिरफ्तार किया है और तीनों अलीगढ़ के रहने वाले हैं। हत्या में मृतक का साला शामिल था। उसने यूपी से शूटर हायर करके सुपारी दी थी। तीनों आरोपियों को 6 दिन की रिमांड के बाद आज फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
आपको बता दें कि जब तीनों आरोपियों को यूपी से गिरफ्तार करके लाया जा रहा था, तो सेक्टर 7 में पेशाब करने के बहाने एक आरोपी मोहित ने भागने की कोशिश की। हवाई फायरिंग भी की गई, लेकिन जब आरोपी नहीं रुके तो उनके पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गए। अगले दिन सभी को कोर्ट में पेश कर तीनों का रिमांड हासिल किया गया। मां कमला देवी को दिल का दौरा पड़ा मृतक के चचेरे भाई राजा ने बताया कि संजीव की मां 62 वर्षीय कमला देवी ने हादसे के बाद कई दिनों तक कुछ खाया-पीया नहीं।
जिससे उनकी तबीयत भी खराब रहती थी। मंगलवार यानी 9 जुलाई की शाम को उनके पेट में दर्द की शिकायत हुई। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों को दिल का दौरा पड़ने जैसी कोई समस्या नहीं मिली। वे उन्हें वापस घर ले आए। लेकिन रात 2 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। परिवार में बहुत बड़ा हादसा हो गया है। ठीक होने की कोई संभावना नहीं है। राहुल का नाम आया सामने
आरोपियों को हथियार मुहैया कराने में अलीगढ़ के राहुल का नाम सामने आया है। वह बेंगलुरु में रहता है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। एसटीएफ करनाल यूनिट इंचार्ज दीपेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी को हथियार मुहैया कराने में अलीगढ़ के राहुल का नाम सामने आया है। वह बेंगलुरु में रहता है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
तल में आईडी देने के बाद हुआ खुलासा
आरोपी मोहित और तुषार ने करनाल के नमस्ते चौक के पास जिस होटल में रुके थे, उसमें उनकी आईडी दी थी। इसी से पुलिस सबूत तक पहुंची। 29 जून को ऐसा किया गया। संजीव की रेकी करते थे दो जुलाई की शाम को, संजीव खाना खाकर सैर करने निकला तो पीठ ने उसके सिर और दूसरी गोली पीठ में मारी। अस्पताल में ले जाने तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस की जांच में उसके जीजा से रंजिश की बात सामने आई थी।