करनाल ASI हत्याकांड में बड़ा खुलासा: जीजा ने भाड़े के शूटरों से कराई हत्या, ऐसे सुलझी मर्डर मिस्ट्री
स्टेट क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई संजीव की हत्या की गुत्थी को एसटीएफ ने सुलझाया है।
एएसआई के जीजा ने ही शूटरों को रुपये देकर अपने साले की हत्या कराई थी। अलीगढ़ (उप्र) से तीन शूटरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, विदेश में संदिग्ध व्यक्ति जीजा ने इस घटना को अंजाम दिया है। इस हत्या के पीछे कुछ रुपए का मामला है और इसका खुलासा शनिवार को पुलिस कर सकती है।
गिरफ्तार शूटरों को शनिवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। इससे पहले शूटरों का मेडिकल बनाने के लिए एक शूटर ने घुटने की कोशिश की थी, इसलिए उसके पैर में एसटीएफ को गोली मार दी गई, जिससे वह घायल हो गया। उसे नागरिक नर्स में भर्ती कराया गया है। ज्ञात हो कि गांव कुटेल निवासी एएसआई संजीव दो जून को खाना खाकर रात को करीब आठ बजे सैर करने के लिए घर से निकला था।
यह एक सिसी का घर गांव से कुछ दूरी पर डेरे पर है। जब वह सड़क पर सफर कर रहा था तो बाइक पर सवार दो व्यक्ति आए और उन्होंने एक सीबीआई पर गोलियां चलाईं, जिसमें एक गोली एक सीबीआई के सिर और दूसरी गोली कमर पर लगी। इसके बाद गोलीबारी की घटना घट गई। कॉल की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और इसकी सूचना पुलिस को दी।
आनन-फानन में एक सिविल सर्जन घायल अवस्था में शहर के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचा तो वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। एएसआई संजीव के पिता और भाई की पहले ही मौत हो चुकी थी। ऐसे में एएसआई ही अपने और भाई के बच्चों को पालन पोषण कर रहा था। उनका बेटा कनाडा में रहता है। उसने ही वीरवार को कनाडा से आकर अपने पिता का अंतिम संस्कार किया था।
पुलिस हमेशा के बाद से ही कई तरह के आरोपों पर काम कर रही थी। जिन लोगों को एएसआई संजीव ने गिरफ्तार किया था या फिर जिन मामलों की जांच कर रहा था, उनसे संबंधित अपराधियों का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा था, लेकिन इसी बीच पुलिस को एक ऐसा सुराग मिला, जिससे पुलिस अपने रिश्तेदारों की तरफ इशारा कर सकती थी। घूमी। जब जांच शुरू हुई तो आश्चर्यजनक चीजें खुलती रहीं और दो अनुभवों को काबू करने में सफलता हाथ लगी।
अलीगढ़ निवासी दो शूटर मोहित और तुषार तथा उनके एक साथी हीरेन्द्र को, जो शूटरों की मृतका के जीजा से डील कराकर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि जब शूटर मोहित को गिरफ्तार कर मेडिकल के लिए अस्पताल लाया जा रहा था तो पुलिस ने उसे साईं मंदिर के पास से पकड़ने की कोशिश की। उसे पकड़ने के लिए उसके पैरों पर गोली मारी गई। हिंदू धर्म रक्षादल के कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष एक सीसीटीवी फुटेज में एक सीसीटीवी फुटेज के साथ एक सीसीटीवी फुटेज देख रहे हैं। एक सीसीटीवी फुटेज में एक सीसीटीवी फुटेज के साथ एक सीसीटीवी फुटेज भी है।
दोनों बाइक पर सवार हैं। जब पुलिस की जांच की दिशा में आगे बढ़ी तो अलीगढ़ पहुंच गई। यहां स्थानीय अधिकारियों से मदद लें। यहां पुलिस ने होली चौक क्वार्सी में रहने वाले बाइक मैकेनिक के बेटे मोहित व चौकीदार के बेटे तुषार को गिरफ्तार कर लिया। पहले तो दोनों पुलिस को बरगलाने लगे। बाद में हिंसा से पूछताछ पर सच उगल दिया गया। दोनों ने बताया कि यह काम सांगवान सिटी में रहने वाले कासिमपुर, गोपालपुर निवासी हिंदू धर्म रक्षादल के कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय शर्मा सदा फतेहेंद्र ने किया था। इस पर पुलिस ने अभय को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर तीन को पुलिस के साथ ले जाया गया।
तीनो से जब घटनाक्रम पर पूछताछ हुई तो पता चला कि अभय शर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट पर उनका मोबाइल नंबर पड़ा है। उसी नंबर पर एएसआई के कनाडा निवासी रिश्तेदारों ने उसे फोन किया और कहा कि आप हिंदू समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हो। बात करते हुए उससे दोस्ती कर ली और बताया कि एएसआई समाज के खिलाफ काम कर रहा है। उसे मारने के दो लाख रुपए मिलेंगे।
इस पर अभय तैयार हो गया और उसने अपने संगठन से इन दोनों युवकों को भी इसी तरह बरगलाया। कहा कि यह समाज के खिलाफ काम करता है। इसकी हत्या पर तेरा नाम होगा। बस फिर क्या था। ये दोनों छात्र अलीगढ़ से निकल पड़े। उन्हें चार दिन की रेकी के बाद हत्या का मौका मिला और सदा को मार डाला।
प्रतिक्रिया
ए एसआइ की हत्या करने वाले दो शूटरों और उनके साथियों को काबू कर लिया गया है। इस हत्या के पीछे एएसआई के जीजा का नाम सामने आया है। इस बारे में अभी जांच की जा रही है। आखिर हत्या क्यों करवाई गई है। इसका खुलासा शनिवार को गिरफ्तार शूटरों को कोर्ट में पेश कर पूछताछ के बाद हो सकता है। -दीपेंद्र राणा, ईएसटीएफ करनाल इंचार्ज।